बामनवास: विद्यार्थियों ने किया हल्ला बोल, जानिए क्यों
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बामनवास: विद्यार्थियों ने किया हल्ला बोल, जानिए क्यों

सवाईमाधोपुर के बामनवास स्थित राजकीय श्री जागेश्वर आचार्य संस्कृत महाविद्यालय बौंली पर आज छात्र छात्राओं ने जमकर हल्ला बोला. आचार्य कर रहें छात्र छात्राओं ने नयी सेमेस्टर पद्वति के विरूद्ध महाविद्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. 

प्रदर्शन करते छात्र

Sawai-madhopur: सवाईमाधोपुर के बामनवास स्थित राजकीय श्री जागेश्वर आचार्य संस्कृत महाविद्यालय बौंली पर आज छात्र छात्राओं ने जमकर हल्ला बोला. आचार्य कर रहें छात्र छात्राओं ने नयी सेमेस्टर पद्वति के विरूद्ध महाविद्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. छात्र-छात्राओं ने बताया कि पूर्व में संस्कृत आचार्य का पाठ्यक्रम दो वार्षिक परीक्षाओं की समाप्ति के साथ ही पूर्ण हो जाता था, लेकिन सत्र 2020-21 में श्री जगतगुरु रामानंदाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नवाचार प्रणाली के तहत 4 सेमेस्टर में परीक्षा पद्धति को लागू किया गया है.

छात्र-छात्राओं ने बताया कि नई परीक्षा पद्धति से विद्यार्थियों को दो वर्ष व दो सेमेस्टर परीक्षाएं पूरे होने के बावजूद आचार्य की डिग्री नहीं मिल सकेगी. ऐसे में उन्हें आचार्य के लिए दो वर्ष अधिक समय खर्च करना पड़ेगा, छात्रों ने समय व धन खर्च का हवाला देते हुए विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली को लेकर भी असंतोष जाहिर किया. छात्र-छात्राओं ने बताया कि नई सेमेस्टर परीक्षा पद्धति के तहत आयोजित होने वाली चार परीक्षाएं 2 वर्ष में पूर्ण होना धरातल पर संभावित नहीं हैं, ऐसे में छात्र छात्राओं को आचार्य पूरी करने के लिए 3 वर्ष या अधिक समय लगने की संभावना जताई जा रही है.  

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छात्रों ने बताया कि इस नई व्यवस्था के कारण कई विद्यार्थी जो शिक्षा शास्त्री है, कॉलेज लेक्चरर की भर्ती परीक्षा में भी नहीं बैठ सकेंगे. इसको लेकर छात्र छात्राओं ने महाविद्यालय के बाहर प्रदर्शन करने के पश्चात स्थानीय महाविद्यालय के प्रिंसिपल डॉ. धर्मसिंह गुर्जर को संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति के नाम ज्ञापन सौंपा और आचार्य में पुरानी परीक्षा पद्धति लागू करने की मांग की.

प्रिंसिपल डॉक्टर धर्म सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा नवाचार के तहत 4 सेमेस्टर परीक्षा प्रणाली को लागू किया गया है, जिसकी कुशल मॉनिटरिंग कर 2 वर्ष में ही परीक्षाएं पूर्ण करवाई जानी चाहिए. अन्यथा विद्यार्थियों के समय व धन का नुकसान होगा. प्रोफेसर धर्म सिंह गुर्जर ने छात्र-छात्राओं की मांग को विश्वविद्यालय प्रशासन तक पहुंचा कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया. इस दौरान छात्र धारा सिंह गुर्जर, प्यार सिंह गुर्जर, महावीर, खुशीराम, काजल अग्रवाल, पायल गुर्जर, पूजा, मौसमी व रोशनी सहित कई छात्र-छात्राएं मौजूद रहें. 

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Reporter- Arvind singh

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