Sikar: सीकर में राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में डॉक्टरों ने शहर में निकाली बाइक रैली
Advertisement
trendingNow1/india/rajasthan/rajasthan1627588

Sikar: सीकर में राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में डॉक्टरों ने शहर में निकाली बाइक रैली

Sikar news: राज्य सरकार के राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में चिकित्सकों ने आज शहर में बाइक रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया बाइक रैली एसके स्कूल ग्राउंड से रवाना हुई. जो बजरंग कांटा, बाइस्कोप, रानी सती, बहड़ सर्किल, महामंत्री रोड, घंटाघर, सूरजपोल गेट, जाट बाजार, स्टेशन रोड, कल्याण सर्किल होती धरना स्थल कलेक्ट्रेट के सामने पहुंची. 

 

Sikar: सीकर में राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में डॉक्टरों ने शहर में निकाली बाइक रैली

Sikar: राज्य सरकार के राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में चिकित्सकों ने आज शहर में बाइक रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया बाइक रैली एसके स्कूल ग्राउंड से रवाना हुई. जो बजरंग कांटा, बाइस्कोप, रानी सती, बहड़ सर्किल, महामंत्री रोड, घंटाघर, सूरजपोल गेट, जाट बाजार, स्टेशन रोड, कल्याण सर्किल होती धरना स्थल कलेक्ट्रेट के सामने पहुंची. 

चिकित्सकों की मांग है कि राज्य सरकार द्वारा जो राइट टू हेल्थ बिल लाया गया है उसको वापस ले इसको लेकर पिछले कई दिनों से डॉक्टर प्रदर्शन कर रहे हैं और राइट टू हेल्थ बिल पास होने के बाद डॉक्टरों ने अपने अपने निजी चिकित्सालय बंद कर दिए और जब तक राइट टू हेल्थ बिल वापस नहीं होगा.  

जब तक हड़ताल रहेगी और सीकर में जिला कलेक्ट्रेट पर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं और 2 डॉक्टर पिछले 3 दिनों से आमरण अनशन पर है और आज राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में 3 डॉक्टर महिलाएं भी अनशन पर बैठ गई है डॉ पंकज चौधरी ने बताया कि आज तीसरे दिन भी दोनों चिकित्सकों ने आमरण अनशन जारी रखा वही 4 चिकित्सक क्रमिक अनशन पर उनके समर्थन में बैठे. 

क्रमिक अनशन में बैठे चार चिकित्सकों में से 3 महिला चिकित्सक है. क्रमिक अनशन पर बैठे महिला चिकित्सक डॉक्टर भारती ने कहा कि राज्य सरकार के आरटीएच कानून के विरोध में चिकित्सकों की लड़ाई जब तक जारी रहेगी तब तक राज्य सरकार राइट टू हेल्थ बिल को वापस नहीं ले लेती. उन्होंने कहा आरटीएच एक्ट वापस नहीं होने पर कल चिकित्सक अपने परिवार सहित जयपुर में महा आक्रोश रैली निकालेंगे और अपना विरोध प्रदर्शन करेंगें. 

राज्य सरकार द्वारा जबरदस्ती की उन पर नियम थोपे गए ह कानून कायदों को लेकर अब चिकित्सक काम करने की दशा में नहीं है. चिकित्सकों के विरोध के चलते प्रदेश की जनता और मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इसकी जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ राज्य सरकार है.

ये भी पढ़ें...

IPL 2023 : राजस्थान रॉयल्स क्या इस बार खत्म कर पाएगी IPL ट्रॉफी का सूखा, ये है बड़ी चुनौती

100 साल से भी पुराना है भरतपुर की इस दुकान का 'चना जोर गरम' और नमकीन, क्या आपने लिया इसका जायका?

Trending news