Ultratech Cement Company: मजबूती का वादा करने वाली अल्ट्राटेक नाथद्वारा सीमेंट लिमिटेड कंपनी के कारण ग्रामीणों के मकानों में दरारे आ गई है, जिसके कारण मकानें धराशाई हो गई है. ब्लास्टिंग के कारण कुए सूखने लगे हैं, 50-50 फीट गहरे गड्ढे हो गए है और इन सभी समस्याओं पर प्रशासन की कोई ध्यान नहीं है.
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Ultratech Cement: राजस्थान के सिरोही जिले के पिंडवाड़ा में स्थित अल्ट्राटेक नाथद्वारा सीमेंट लिमिटेड कंपनी के कारण कंपनी की माइंस एरिया के नजदीक रहने वाले गांव के लोग दहशत के साथ रहने को मजबूर हो गए है.
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पूरी खबर
जानकारी के अनुसार पिंडवाड़ा में अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी की ओर से माइंस में की जा रही ब्लास्टिंग से आस-पास रहने वाले गांव के लोगों के मकान भी थर-थर कांप रहे है, जिसके वजह से गांव वालों के घरों की मजबूती कर होती ता रही है. वहीं मकान में मजबूती का वादा करने वाली अल्ट्राटेक नाथद्वारा सीमेंट कंपनी दूसरों के मकानों को हिलाने में लगी हुई है. जी हां यह हम नहीं बोल रहे हैं यह इन गांवों के रहने वाले ग्रामीण कह रहे हैं, जो दहशत में जीने को मजबूर हैं.
ब्लास्टिंग के कारण मकानों में दरारे आ गई हैं
गांव के लोगों का कहना है कि माइंस में हो रही ब्लास्टिंग से उनके मकान कांपते है, जिसके कारण उनके मकानों में दरारे आ गई हैं. यही नही गांव के कई मकान धराशाई भी हो चुके हैं. ग्रामीणों को कहना है कि अब उन्हें हर समय एक डर सा सताता रहता है, की कब कोई बड़ा पत्थर उनके मकान पर आकर गिर जाए.
ब्लास्टिंग के कारण अब कुआ भी सूखने लगे हैं
वहीं मालप और ठंडीवेरी गांव के रहने वाले लोग बताते हैं कि जहां पहले उनके कुआं में 24 घंटे पानी रहता था, वहीं अब उनके कुआ सूखने लगे हैं. ब्लास्टिंग के कारण उनके कुआं में पानी आना बंद हो गया है.इसके साथ ही इन क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासी लोग और मायूस हो चुके हैं, क्योंकि उनकी सुनने वाला अब यहां कोई नहीं है.
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प्रशासन की उनकी ओर कोई ध्यान नहीं
उन्होंने कहा कि कंपनी के अधिकारी उनकी सुनते नहीं है और प्रशासन उनकी ओर ध्यान देता नहीं है. यहां के रहने वाले लोग कृषि पर निर्भर थे, लेकिन अब उनकी जमीन इस कंपनी के काले धुएं से बंजर हो चुकी है. जिसके कारण उन जमिनों पर अब कुछ नहीं ऊपजता. इसके साथ ही यहा के कुओ में भी पानी खत्म हो गया है.
ब्लास्टिंग के कारण 50-50 फीट गहरे गड्ढे हो गए है
इन माइंस में एक साथ 30-30 फीट गहरी ब्लास्टिंग होने से यह अंदाजा लगाया जा सकता हैं उस ब्लास्टिंग से कितनी दूर के एरिया प्रभावित होते होंग. इनके माइंस क्षेत्र में जहां पहले ऊंचे-ऊंचे पहाड़ अरावली की शोभा बढ़ाते थे, वही अब 50-50 फीट गहरे गड्ढे हो गए है, जो कि एक गहरी झील में तब्दील हो चुकी हैं. इन सभी परेशानियों के कारण अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी की माइंस के आस-पास रहने वाले लोग काफी परेशान हो चूके है और प्रशाषण भी उन गांव वालों के लिए कुछ नही कर रही.
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