सरपंच के रिश्तेदारों को पंचायत समिति बैठक में शामिल नहीं करने पर बैठक का बहिष्कार, जानिए मामला
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सरपंच के रिश्तेदारों को पंचायत समिति बैठक में शामिल नहीं करने पर बैठक का बहिष्कार, जानिए मामला

अनूपगढ़ की पंचायत समिति के सभागार में साधारण सभा की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता पंचायत समिति प्रधान राधा गोपाल डागला ने की.

सरपंच के रिश्तेदारों को पंचायत समिति बैठक में शामिल नहीं करने पर बैठक का बहिष्कार, जानिए मामला

Anupgarh: अनूपगढ़ की पंचायत समिति के सभागार में साधारण सभा की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता पंचायत समिति प्रधान राधा गोपाल डागला ने की.

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बैठक के शुरू होने पर पंचायत समिति की तरफ से बैठक में केवल जनता की तरफ से चुने हुए जनप्रतिनिधियों को शामिल होने के बारे में कहा गया, जिस पर महिला सरपंचों के साथ आए या महिला सरपंचों के स्थान पर आए हु़ए रिश्तेदारों को यह बात अखर गई. उन्होंने इस बात पर रोष प्रकट किया व बैठक का बहिष्कार करने की बात कही. जिसका समर्थन अन्य ग्राम पंचायत के सरपंचों ने भी किया और सरपंच रिश्तेदारों के साथ बैठक का बहिष्कार कर दिया. जिसके बाद पंचायत समिति डायरेक्टर विनोद पंवार ने भी पिछली बैठक में लिए गए प्रस्तावों पर कार्य नहीं होने पर रोष प्रकट करते हुए बैठक का बहिष्कार कर दिया. बाद में पंचायत समिति प्रधान के पति गोपाल डागला ने सभी के साथ समझाइस की, जिसके बाद विधिवत रूप से बैठक का आयोजन हो सका.

बैठक में उपखंड अधिकारी प्रियंका तलानिया,पंचायत समिति विकास अधिकारी वैभव अरोड़ा ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों को बैठक में लिए गए प्रस्तावों की पालना रिपोर्ट भिजवाने की बात कही. वहीं उपखंड अधिकारी तलानिया ने नियमानुसार समस्याओं के निस्तारण करने के निर्देश दिए.

बैठक में छाए रहे बिजली पानी के मुद्दे
बैठक में शिक्षा विभाग की तरफ से किसी भी अधिकारी कर्मचारी के उपस्थित नहीं होने पर सदन की तरफ से विभाग को नोटिस भेजने की कार्रवाई करने के लिए कहा गया. बैठक के शुरू में गत बैठक में लिए गए प्रस्तावों की समीक्षा की गई. इसके बाद विकास अधिकारी अरोड़ा ने बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों को विभाग वार अपनी समस्याएं बताने के लिए कहा गया.

पंचायत समिति सदस्य रामदेवी बावरी ने पेयजल संकट का मुद्दा उठाते हुए कहा कि गई गांवों में पीने के लिए पानी नहीं हैं. ऐसे गांवों में टैंकरों के माध्यम से पेयजल व्यवस्था की जाए. इसके अलावा विद्युत विभाग के समक्ष समस्याएं रखते हुए कई गांवों में ट्रांसफार्मर बढ़ाने की आवश्यकता से विधुत विभाग के सहायक अभियंता भूप सिंह को अवगत करवाया. जिस पर उन्होंनें नियमानुसार व ट्रांसफार्मर की उपलब्धता के अनुसार कार्य करने के लिए कहा. इसके अलावा मुख्य हाइवे से 76 जीबी तक सड़क निर्माण करवाने की मांग रखी. 

सदस्य राजेंद्र बिश्रोई ने सिंचाई विभाग की कार्यशैली पर सवालिया निशान उठाए. उन्होंनें कहा कि नहरों में पानी की स्थिति देखने के लिए मीडिया पर निर्भर रहना पड़ रहा है. नहरों में कब पेयजल आया, कब सिंचाई पानी आएगा, इसका विभाग के अधिकारियों के पास भी कोई रिकॉर्ड नहीं होता है. इसके अलावा उन्होंने विधुत विभाग से 6 एच में स्कूल से उपर से गुजर रही हाइटेंशन लाइन का मुद्दा उठाते हुए उन्हें दूर करने की मांग की.

वहीं पंचायत समिति सदस्यों ने वाटर वक्र्स में पेयजल सप्लाइ के लिए एक अतिरिक्त मोटर देने की मांग उठाई, जिससे की एक मोटर के खराब होने पर दूसरी मोटर से पेयजल की सप्लाई हो सके. इसके अलावा फोगनवाली वितरिका के कमजोर होने कई बार टूट जाने की समस्या को बैठक में रखा गया. जनप्रतिनिधियों ने कहा कि नहरों पर बेलदार नहीं है, नहरों का रखरखाव नहीं हो रहा है, ऐसे में नहर आने पर टूटने की आशंका रहेगी.

ग्राम पंचायत सरपंच देवेंद्र पाल सिंह ने कहा कि नरेगा में कार्य करवाने के बावजूद पिछले एक वर्ष से भुगतान नहीं आ रहा है. लोगों के ईंट, बजरी व सीमेंट आदि के एक वर्ष से अधिक समय के भुगतान बाकी पड़े हैं. जिससे विकास कार्य बाधित हो रहे हैं. जिस पर विकास अधिकारी अरोड़ा ने प्रस्ताव बनाकर देने की बात कही, जिसे जिला कलेक्टर व राज्य सरकार को भिजवाया जाएगा. इसके अलावा अन्य ग्राम पंचायत सरपंच व पंचायत समिति सदस्यों ने विभिन्न समस्याओं को विभिन्न विभागों के अधिकारियों के समक्ष रखा. बैठक के अंत में पंचायत समिति प्रधान डागला ने सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बैठक में रखी गई समस्याओं को निस्तारण के लिए शीघ्र प्रयास करे और किए गए प्रयासों को सदन के सदस्यों को लिखित में अवगत भी करवाए.

Reporter- Kuldeep Goyal

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