मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार ने प्रथम चरण के लिए मेडिकल कॉलेज का टेंडर जारी कर दिया है. यूसुफपुरा में 325 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला मेडिकल कॉलेज तीन साल से टेंडर प्रक्रिया में उलझा हुआ था.
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Tonk: शहर के समीप यूसुफपुरा चराई में बनने वाले मेडिकल कॉलेज की राह आखिरकार खुल गई है. लम्बे समय के बाद टेंडर के टेंडर निरस्त होने के बाद अटके हुए टेंडर प्रक्रिया आखिरकार फाइनल हो गई. अब टोंक जिले के लाखों लोगों को इसका फायदा मिलेगा.टोंक जिले के इतिहास में चिकित्सा के क्षेत्र में यह राहत की सौगात होगी.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सरकार ने प्रथम चरण के लिए मेडिकल कॉलेज का टेंडर जारी कर दिया है. यूसुफपुरा में 325 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला मेडिकल कॉलेज तीन साल से टेंडर प्रक्रिया में उलझा हुआ था. अब तक चार बार टेंडर हुए थे, लेकिन चारों बार ही निरस्त हो गए थे. इस बार गुरुवार को टेंडर प्रक्रिया पूरी हुई है.
प्रशासन के मुताबिक एक फर्म को 97 करोड़ 30 लाख रुपए का टेंडर जारी किया है. इसके तहत मेडिकल कॉलेज, रेजीडेंस, हॉस्टल आदि के कार्य होंगे. मेडिकल कॉलेज निर्माण में अटके टेंडर को लेकर जी राजस्थान ने प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किए थे.
गौरतलब है कि सरकार की प्रायोजित स्कीम के तहत टोंक के यूसुफपुरा में 325 करोड़ रुपए की लागत से इसका निर्माण किया जाएगा. कॉलेज निर्माण के लिए 60 प्रतिशत केन्द्र सरकार व 40 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकार वहन करेंगे.पहला टेंडर मई 2021 में हुआ था. दूसरा अक्टूबर 2021, तीसरा अप्रेल 2022 व चौथा अगस्त 2022 में किया गया था. वहीं यह पांचवां टेंडर है जो खुला है.
49 बीघा जमीन की थी आवंटित
शहर के समीप युसुफपुरा चराई में मेडिकल कॉलेज के लिए 49 बीघा जमीन आवंटित की जा चुकी है. राजस्थान में 31 जिलों में केंद्र पोषित योजना के अंतर्गत राजकीय मेडिकल कॉलेजों की स्वीकृति दी गई थी. राज्य सरकार ने वर्ष 2019 में राज्य के पांच जिलों टोंक सहित हनुमानगढ़, दौसा, सवाईमाधोपुर तथा झुनझुनूं में मेडिकल कॉलेज की स्वीकृति दी थी. टोंक में मेडिकल कॉलेज बनने के बाद सआदत अस्पताल व उसकी यूनिट मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र से इलाज के लिए जयपुर होने वाले रेफर केस की संख्या में कमी आएगी. साथ ही टोंक में ही जयपुर की तरह बेहतर इलाज हो सकेगा.
प्रथम बैच में 100 छात्रों का प्रवेश
टोंक में मेडिकल कॉलेज शुरू होने पर सआदत अस्पताल में 450 बेड हो जाएंगे. वहीं बड़े शहरों की तरह सुपर स्पेशलिस्ट की सुविधा मरीजों को मिल सकेगी. कॉलेज शुरू होने पर पहले साल के प्रथम बेच में 100 स्टूडेन्ट का प्रवेश होगा.मेडिकल कॉलेज के लिए टेंडर जारी हुआ है. जल्द ही कॉलेज का निर्माण शुरू हो जाएगा.
Reporter-Purshottam Joshi
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