नहीं छू पायेगा Corona, घर-घर लगेगा दवा का पेड़, 12 लाख से ज्यादा पौधे तैयार
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नहीं छू पायेगा Corona, घर-घर लगेगा दवा का पेड़, 12 लाख से ज्यादा पौधे तैयार

कोरोना से निजात पाने के लिए सरकार अब आम लोगों को आयुर्वेदिक पौधे बांटेगी.

कोरोना काल में संक्रमण पर काबू और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेद के नुस्खे कारगर साबित हुए हैं.

Dungarpur : इस खबर में हम आपको एक ऐसी सरकारी योजना के बारे में बताने जा रहे है, जिससे कोरोना का इलाज आपके घर पहुंचेगा. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कोरोना काल (Coronavirus ) में आयुर्वेद के कई नुस्खे कारगर हुए हैं. ऐसे में सरकार अब आम लोगों को आयुर्वेदिक पौधे बांटेगी. कोरोना का अभी मुकम्मल इलाज दुनिया में किसी के पास नहीं है. कि ये दवा खाओ और कोरोना को भगाओ. कोरोना पर काबू पाने के लिए भारत ने वैक्सीन बनाई है. जिससे कोरोना को मात दी जा रही है, लेकिन सरकार अब कोरोना की दवा का पेड़ आपके घरों में लगाएगी. जिससे कोरोना आपको छू भी नहीं पाएगा. 

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कोरोना काल में संक्रमण पर काबू और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुर्वेद के नुस्खे कारगर साबित हुए हैं. ऐसे में गहलोत सरकार (Gehlot Government) की बजट घोषणा के बाद घर-घर औषधीय योजना के तहत एक अगस्त से डूंगरपुर वन विभाग परिवारों को औषधीय गुणकारी पौधों का वितरण करेगा. योजना के पहले चरण में इस साल डूंगरपुर जिले के 1 लाख 40 हजार 293 परिवारों को तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा और कालमेघ प्रत्येक किस्म के दो-दो पौधों का वितरण किए जाएंगे. इसके लिए जिले की 15 नर्सियों में 12 लाख से अधिक पौधे तैयार किये गए हैं. 

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए यह पौधे काफी सहायक हैं. गिलोय बुखार (Fever) में आयुर्वेदिक दवा का काम करता है. गिलोय से शुगर नियंत्रित रहती है. साथ ही पाचन तंत्र और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. जबकि तुलसी में एंटीबैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटीबायोटिक्स गुण होते हैं. जो शरीर को संक्रमण से लड़ने के काबिल बनाती है. अश्वगंधा में पाए जाने वाने एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं. और दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं. कालमेघ का उपयोग मलेरिया, ब्रोंकाइटिस रोगों में किया जाता है. मतलब कोरोना से लड़ने में ये औषधियां अहम किरदार निभाती है. 

आयुर्वेद विशेषज्ञों की मानें तो आयुर्वेद पद्धति में तुलसी, गिलोय, कालमेघ और अश्वगंधा बेहद करामाती पौधे हैं और इन के उपयोग से दुर्बल से दुर्बल शरीर की इम्युनिटी भी काफी स्तर तक बढ़ाई जा सकती है. राजस्थान सरकार की भी यही मंशा है कि लोगों की इम्युनिटी बड़े और संक्रमण से बचाव हो सके. इसके लिए सरकार निशुल्क  घर-घर औषधि योजना के जरिए से औषधीय पौधे पहुंचाने का काम कर रही है. जिससे राजस्थान पूरी तरह निरोगी हो सके. और जनता चैन और सुकून से सांस ले सके. 

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