शक ने इंसान से बनाया हैवान, पत्नी और बेटियों की पत्थर से पीट-पीटकर ले ली जान
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शक ने इंसान से बनाया हैवान, पत्नी और बेटियों की पत्थर से पीट-पीटकर ले ली जान

उदयपुर के आदिवासी बाहुल्य इलाके कोटडा थाना क्षेत्र में एक पति को अपनी पत्नी के चरित्र पर आशंका ने उससे ऐसा कृत्य करवा दिया कि आज वह जेल की सलाखों के पीछे हैं. उसके सिर पर अपनी पत्नी और दो मासूम बेटियों की हत्या का आरोप है.

शक ने इंसान से बनाया हैवान, पत्नी और बेटियों की पत्थर से पीट-पीटकर ले ली जान

Jhadol: उदयपुर के आदिवासी बाहुल्य इलाके कोटडा थाना क्षेत्र में एक पति को अपनी पत्नी के चरित्र पर आशंका ने उससे ऐसा कृत्य करवा दिया कि आज वह जेल की सलाखों के पीछे हैं. उसके सिर पर अपनी पत्नी और दो मासूम बेटियों की हत्या का आरोप है.

वहीं मां की मौत और पिता के जेल जाने के बाद दो बच्चे अनाथ हो गए, जिनके पालन पोषण का जिम्मा उनके बूढ़े दादा-दादी के कंधों पे आ गया है. 

क्या है पूरा मामला
उदयपुर के आदिवासी अंचल कोटडा इलाके के सबुरी गांव में 6 जून की सुबह उस समय हडकंप मच गया. दरअसल, ग्रामीणों ने आदिवासी परिवार के एक मकान में मां और दो मासूम बेटियों के शवों को क्षप्त विक्षप्त अवस्था में पड़े देखा. शवों की हालात को देख कर लग रहा था कि किसी ने पत्थर से पीट-पीट कर तीनों की बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी.

कुछ ही देर में बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग मौके पर जमा हो गए. ग्रामीणों की सुचना पर कोटडा थानाधिकारी पवन सिंह मय जाब्ता मौके पर पहुंचे. जहां उन्होंने देखा कि गांव के ही रहने वाले पोपट पिता शांतिया गमार की पत्नी काली देवी, सात साल की बेटी समीत्री और चार साल की बाया कुमारी के शव घर के आंगन में पड़े हुए हैं. पुलिस ने मौक मुवायना कर मामले की जानकारी ली.

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मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने घटना स्थल से आवश्यक साक्ष्य जुटाए और शवों को मोर्चरी में रखवाया. पुलिस ने घटना की जानकारी गुजरात में रहने वाले काली बाई के परिजनों की दी. घटना के बाद से ही पोपट फरार था. जिस पर पुलिस का पहले शव ही पोपट पर ही गया. पुलिस ने जब मामले की जानकारी ली तो सामने आया कि पिछले लम्बे समय से पोपट और उसकी पत्नी काली के बीच विवाद चल रहा था. संभवतया उसी ने इस वारदात को अंजाम दिया.

घटना की सूचना पर मिलने पर काली बाई के पिहर पक्ष के लोग गुजरात से मौके पर पहुंचे. पिहर पक्ष के लोगों ने मौताणे की मांग करते हुए शवों को पोस्टमार्टम करवाने से मना कर दिया. दोनों पक्षों के बीच लम्बे सयम तक मौताणा वार्ता चली आखिर करीब 8 लाख रूपए में मौताणा राशि तय हुई। इसके बाद पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौप दिया. वहीं कोटडा थाना पुलिस ने पिहर पक्ष की रिपोर्ट के आधार पर पोपट के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया और मामले की जाच शुरू की।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार के निर्देश पर विशेष टीम का गठन किया. पुलिस ने आरोपी की तलाश पर लिए सबुरी की गांव के आस पास के जगंलों में दबीशें दी. इस दौरान पुलिस को मुखबिर के जरिए सुचना मिली कि आरोपी गांव से दूर घने जंगल में छिपा बेठा है. इस पर पुलिस की विशेष टीम ने घेरा डाल कर आरोपी पापट को दबोच लिया.

पुलिस की प्राथमिक पुछताछ में आरोपी पोपट ने बताया कि बताया कि वह गुजरात में रह का मजदूरी का काम करता था. वह कुछ दिन के लिए अपने गांव आता और फिर से गुजरात चला जाता. उसे अपनी पत्नी पर किसी अन्य व्यक्ति के साथ संबंध होने का शक था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच में आए दिए विवाद हुआ करता था. घटना वाली रात भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था.

इसके बाद वह अपनी चार पाई पर सो गया और उसकी पत्नी दो बेटियों के साथ घर के आंगन पर सो गई. रात को उसने वहां पड़े पत्थर से पीट-पीट कर पहले अपनी पत्नी और फिर दोनों बेटियों की हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया. पुलिस ने जब पोपट से पूछा कि उसकी पत्नी के किससे अवैध संबंध थे तो उसने इस से अनभिग्यता जाहिर कर दी और उसने कहा कि उसे शक था कि उसकी पत्नी का किसी अन्य व्यक्ति के साथ संबंध है. आरोपी पोपट की पुलिस रिमांड पुरी होने के बाद पुलिस ने उसे कोर्ट के सामने पेश किया, जहां न्यायालय ने उसे जेल में भेज दिया.

Reporter- Avinash Jagnawat

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