पीड़ित दूल्हों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इन व्यक्तियों ने श्रीनगर में सड़क पर प्रदर्शन भी किया. आखिर कोर्ट के निर्देश पर, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मध्य कश्मीर के बडगाम में धारा 420 और 120बी के तहत एफआईआर दर्ज करके त्वरित कार्रवाई की और आखिरकार महिला को गिरफ्तार करने में कामयाब रही.
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जम्मू के राजौरी जिले के समीपवर्ती इलाके की रहने वाली करीब 30 साल की एक महिला पर 'लुटेरी दुल्हन' होने का गंभीर आरोप लगा है. उस पर दर्जनों दूल्हों की ओर से धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं. इन दूल्हों का दावा है कि इन सभी ने इसी से शादी रचाई और वो उन्हें धोखा देकर उनकी संपत्ति लेकर फरार हो गई.
पीड़ित दूल्हों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इन व्यक्तियों ने श्रीनगर में सड़क पर प्रदर्शन भी किया. आखिर कोर्ट के निर्देश पर, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मध्य कश्मीर के बडगाम में धारा 420 और 120बी के तहत एफआईआर दर्ज करके त्वरित कार्रवाई की और आखिरकार महिला को गिरफ्तार करने में कामयाब रही.
प्रारंभिक शिकायत कश्मीर घाटी के बडगाम के एक स्थानीय निवासी द्वारा की गई थी, जो कुछ महीनों की शादी के बाद कथित घोटाले का शिकार हो गया. इसके बाद, कई लोग इसी तरह के आरोपों के साथ आगे आए और पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी. पुलिस तब अचंभे में आई जब सभी शिकायत करने वालों ने एक ही महिला की तस्वीर पुलिस को दिखाई.
अब पुलिस पीड़ितों की पूरी सूची स्थापित करने के लिए जांच कर रही है. पीड़ितों में से एक, बडगाम के मोहम्मद अल्ताफ मीर ने दावा किया कि उसे एक बिचौलिए ने दुल्हन से मिलवाया था जो एक बड़े नेटवर्क का हिस्सा प्रतीत होता है. माना जा रहा है कि यह एक बड़ा गिरोह है. बिचौलिये महिला को अलग-अलग नामों से पेश करते थे और कश्मीर में पुरुषों से उसकी शादी करवा देते थे. शादी के बाद, वह बहाने बनाकर घर से नकदी और सोना लेकर गायब हो जाती थी.
पीड़ित पुरुषों के अनुसार, महिला ने विवाह समारोहों के दौरान कथित तौर पर अपनी पहचान शाहीना, जहीना और अन्य उपनामों से कराती थी. लेकिन आरोपी दुल्हन के करीबी रिश्तेदार ने उसकी भाभी की इसके के बारे में कुछ जानकारी ना होने की बात कही है. उन्होंने कहा कि इसने उन्हें बताया था कि उनके पति अल्ताफ ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया है इसलिए उसे श्रीनगर जाने की जरूरत है. उसने कहा शाहीन पहले से ही शादीशुदा थी और बाद में राजौरी में उसका तलाक हो गया. शादी से उसके दो बच्चे हैं, एक 10 साल का लड़का और 8 साल की लड़की.
मुस्लिम संस्कृति में, विवाह में एक अनुबंध और मेहर का भुगतान शामिल होता है, जो दूल्हे द्वारा दुल्हन को दी जाने वाली एक पूर्व निर्धारित राशि होती है. पीड़ितों (कश्मीर घाटी के कई दूल्हे) का दावा है कि आरोपी महिला मेहर के रूप में बड़ी रकम की मांग करती थी और फिर कुछ ही हफ्तों में पैसे और सोना लेकर फरार हो जाती थी. अधिकांश पीड़ितों का दावा है कि महिला और उसके सहयोगियों द्वारा कथित तौर पर उनसे 4 से 6 लाख रुपये तक की धोखाधड़ी की गई.
एक पीड़ित के वकील आबिद ज़हूर अंद्राबी ने कहा कि मामले की जांच के दौरान पता चला कि यह एक संगठित गिरोह है और इसके तार राजौरी से शोपियां और बड़गाम तक जुड़े हैं. पुलिस अब गिरफ्तार महिला से पूछताछ कर रही है ताकि इस अनोखे अपराध में शामिल पूरे गिरोह को बेनकाब किया जाए.