UP Politics: अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने संकेत दिए हैं कि शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Yadav) को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) संगठन में जल्द ही कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है.
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Akhilesh Yadav meets Shivpal Yadav: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोमवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता और अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) से उनके घर जाकर मुलाकात की. इसके बाद से चर्चा तेज हो गई है कि इस मुलाकात के बाद शिवपाल यादव को समाजवादी पार्टी (SP) संगठन में जल्द ही कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है.
सपा संगठन में विस्तार की चर्चा तेज
समाजवादी पार्टी (SP) संगठन में विस्तार की तैयारियों के बीच पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपने चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) से मुलाकात करने उनके घर गए थे. क्या सपा प्रमुख शिवपाल से संगठन के विस्तार को लेकर बात करने गए हैं? इस सवाल पर राजेंद्र चौधरी ने कहा कि इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है, हो सकता है कि दोनों के बीच इस विषय पर बात हुई हो.
चाचा शिवपाल से क्या हुई अखिलेश की बात?
राजेंद्र चौधरी ने बताया कि मुलाकात के दौरान क्या बातें हुईं, इस बारे में वह कुछ नहीं बता सकते. उन्होंने कहा, 'यह परिवार का मामला है और परिवार में कोई भी एक-दूसरे से मिल सकता है.' सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने पार्टी संगठन को नए सिरे से बनाने के लिए पिछले साल जुलाई में पार्टी की सभी इकाइयों को भंग कर दिया था. इसमें पार्टी के भी युवा संगठन, महिला सभा और अन्य प्रकोष्ठ भी शामिल थे.
सपा में शिवपाल यादव को दी जाएगी बड़ी जिम्मेदारी
यह पूछे जाने कि क्या समाजवादी पार्टी संगठन में शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) को कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. इसके जवाब में राजेंद्र चौधरी ने कहा, 'हां, बिल्कुल. शिवपाल जी को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी.' राजेंद्र चौधरी ने कहा कि सपा के राष्ट्रीय और प्रान्तीय संगठनों का विस्तार बहुत जल्द होगा. संभव है कि यह काम इसी महीने पूरा हो जाए.
मुलायम सिंह के निधन के बाद खत्म हुई चाचा से अखिलेश की दूरियां
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) कभी एक-दूसरे के विरोधी हुआ करते थे, लेकिन पिछले साल दिसंबर में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट के उपचुनाव के दौरान खत्म होती नजर आ रही थीं.
उपचुनाव के नतीजों में सपा उम्मीदवार और अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) को विजयी घोषित किए जाने के बाद शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने अपनी पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का सपा में विलय कर लिया. इस दौरान अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल यादव को सपा का झंडा देकर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कराया था. इसके बाद से ही चर्चा होने लगी थी कि सपा में शिवपाल यादव को कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है.
(इनपुट- न्यूज एजेंसी भाषा)
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