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नई दिल्ली. बिहार की नीतीश सरकार अपने 16 साल के कार्यकाल में कई घोटालों को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रही है. हाल ही में दरभंगा जिले से एक घोटाले का मामला सामने आया है. राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने 376 छात्रों से जुड़े स्कॉलरशिप घोटाले का पता लगाया है.
दरभंगा जिले के लहेरियासराय पुलिस थाने में दी गई शिकायत के अनुसार अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक निदेशक मोहम्मद रिजवान अहमद ने कहा कि हैदराबाद में एक यूनिवर्सिटी में फर्जी एडमिशन लेटर का इस्तेमाल करके 376 छात्रों ने धोखाधड़ी से 30,000 रुपये की स्कॉलरशिप हासिल कर ली. दरभंगा के डीएम डॉ. त्यागराजन एस.एम. ने इस घोटाले की पुष्टि की है.
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रिजवान अहमद ने कहा कि एडमिशन लेटर और अन्य डॉक्युमेंट्स के वेरिफिकेशन के दौरान ये पाया गया कि 376 छात्रों ने स्कॉलरशिप ली है और उन सभी ने एक ही यूनिवर्सिटी के तहत आने वाले तीन कॉलेजों में एडमिशन लिया था. ये कॉलेज हैदराबाद के ब्रिलियंट ग्रामर स्कूल एजुकेशन सोसाइटी से जुड़े है. ये चिंताजनक है कि कैसे सभी छात्रों ने एक ही यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिया और स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई कर दिया.
उन्होंने कहा कि 'जब हमने कॉलेज से बात करके क्रॉस चेक किया तो पाया गया कि कथित छात्रों ने स्कॉलरशिप लेने के लिए फर्जी तरीके से यूनिवर्सिटी के नाम का इस्तेमाल किया है. इसके बाद हमने स्कॉलरशिप लेने वाले छात्रों से संपर्क किया. ये भी पाया गया कि इनमें से ज्यादातर छात्र दरभंगा जिले के हैं. उनमें से, 14 छात्र विभाग के सामने पेश हुए. इस तरह से मामले का खुलासा हुआ.'
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रिजवान अहमद ने कहा कि हमने उनसे 10 दिनों में विभाग को स्कॉलरशिप के पैसे वापस करने को कहा है. अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. लहेरियासराय पुलिस स्टेशन के प्रभारी निरीक्षक हरि नारायण सिंह ने बताया कि इन छात्रों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है और आगे की जांच जारी है.
(इनपुट- IANS)
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