भीमा कोरेगांव: शौर्य दिवस पर आ सकते है 10 लाख लोग, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
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भीमा कोरेगांव: शौर्य दिवस पर आ सकते है 10 लाख लोग, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

इस साल 10 हजार पुलिसकर्मियों को सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात किया गया है. 

प्रतीकात्मक तस्वीर.

पुणे: महाराष्ट्र (Maharashtra) में पुणे (Pune) के पास भीमा कोरेगांव (Bhima-Koregaon) में एक जनवरी को होने वाले शौर्य दिवस कार्यक्रम में 10 लाख लोगों के पहुंचने की संभावना को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं. हर साल एक जनवरी को भीमा कोरेगांव में विजय स्तंभ के अभिवान के लिए हजारों की संख्या में लोग जुटते हैं. बता दें कि दो साल पहले भीमा कोरेगांव में हिंसा भड़की थी जिसके बाद हर ऐहतियात के तौर पर सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए जाते हैं. 

जानकारी के मुताबिक इस साल 10 हजार पुलिसकर्मियों को सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात किया गया है. इसके अलावा जिला प्रशासन ने भीमा कोरेगांव में आने वाले लोगों को असुविधा न हो इसके लिए पानी, मेडिकल, पार्किंग, साफ सफाई और अन्य इंतजाम किए गए हैं. 

ये है भीमा कोरेगांव का इतिहास
आपको बता दें कि भीमा कोरेगांव पेशवाओं के नेतृत्व वाले मराठा साम्राज्य और ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच हुए युद्ध के लिए जाना जाता है. एक जनवरी 2020 को इस युद्ध की 202 वीं सालगिरह होगी. मराठा सेना यह युद्ध हार गई थी और कहा जाता है कि ईस्ट इंडिया कंपनी को महार रेजीमेंट के सैनिकों की बहादुरी की वजह से जीत हासिल हुई थी.

बाद में बाबासाहेब आंबेडकर यहां हर साल आते रहे. यह जगह पेशवाओं पर महारों यानी दलितों की जीत के एक स्मारक के तौर पर स्थापित हो गई. यहां हर साल उत्सव मनाया जाने लगा.

दो साल पहले हुई थी हिंसा
दो साल पहले यानी 2018 के उत्सव में यहां हिंसा भड़की थी जिसमें एक युवक की मौत हुई थी और चार लोग घायल हुए थे. इस मौके पर काफी तोड़फोड़ भी की गई थी. 

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