चंडीगढ़: किसान आंदोलन के बीच अब तक सरकार से किसानों की बातचीत बेनतीजा रही है. हालांकि बातचीत का दौर जारी है. अगले राउंड की बातचीत 3 दिसंबर को होगी. उससे पहले गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे. सूत्रों के मुताबिक उनकी मुलाकात सुबह तकरीबन 9:30 से 10 के बीच होगी. कयास लगाए जा रहे हैं कि किसान आंदोलन पर मुलाकात के दौरान चर्चा हो सकती है. हालांकि सूत्रों के मुताबिक ये भी कहा जा रहा है कि पहले भी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमित शाह से मिलने का वक्त मांगा था लेकिन उस दौरान उनकी तबियत ठीक ना होने की वजह से वक्त नहीं मिल पाया था.
इस बीच प्रदर्शनकारी किसानों ने बुधवार को कहा कि नए कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए केंद्र सरकार को संसद का विशेष सत्र आहूत करना चाहिए और अगर मांगें नहीं मानी गईं तो राष्ट्रीय राजधानी की और सड़कों को अवरुद्ध किया जाएगा. संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए किसान नेता दर्शन पाल ने आरोप लगाया कि केंद्र किसान संगठनों में फूट डालने का काम कर रहा है, लेकिन ऐसा नहीं हो पाएगा.
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उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी किसान तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे . उन्होंने कहा, ‘‘तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए केंद्र को संसद का विशेष सत्र आहूत करना चाहिए.’’
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किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि अगर केंद्र तीनों नए कानूनों को वापस नहीं लेगा तो किसान अपनी मांगों को लेकर आगामी दिनों में और कदम उठाएंगे. संवाददाता सम्मेलन के पहले करीब 32 किसान संगठनों के नेताओं ने सिंघु बॉर्डर पर बैठक की जिसमें भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत भी शामिल हुए.