Bihar: डीएम ने किया स्कूल का निरीक्षण, जानें क्यों प्राचार्य को लगाई जमकर फटकार
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Bihar: डीएम ने किया स्कूल का निरीक्षण, जानें क्यों प्राचार्य को लगाई जमकर फटकार

 स्वास्थ्य एवं शिक्षा में सुधार को लेकर आज जिलाधिकारी ने मुंगेर बांक और टाउन हाई स्कूल का निरीक्षण किया. जहां उन्होंने शहर के टाउन हाई स्कूल में निरीक्षण के दौरान पाया गया कि दसवीं व बारहवीं के छात्रों से प्रॉस्पेक्टस के नाम 100 रूपये ले रहे थे जिसे डीएम ने रंगे हाथ पकड़ा.

 दसवीं व बारहवीं के छात्रों से प्रॉस्पेक्टस के नाम 100 रूपये ले रहे थे जिसे डीएम ने रंगे हाथ पकड़ा. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

मुंगेर: स्वास्थ्य एवं शिक्षा में सुधार को लेकर आज जिलाधिकारी ने मुंगेर बांक और टाउन हाई स्कूल का निरीक्षण किया. जहां उन्होंने शहर के टाउन हाई स्कूल में निरीक्षण के दौरान पाया गया कि दसवीं व बारहवीं के छात्रों से प्रॉस्पेक्टस के नाम 100 रूपये ले रहे थे जिसे डीएम ने रंगे हाथ पकड़ा. जिसके बाद प्राचार्य व लिपिक को जमकर फटकार लगाई. साथ ही एसडीओ और शिक्षा विभाग के डीपीओ को स्कूल बुलाकर मामले की जांच करते हुए दोनों पर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया. 

दरअसल जिले के सभी उच्च विद्यालयों में कक्षा दसवीं और ग्यारहवीं का नामांकन हो रहा है. साथ ही 12वीं का रजिस्ट्रेशन भी हो रहा है. जिसके लिए सरकार द्वारा शुल्क निर्धारित की गई थी. लेकिन कई ऐसे मामले सामने आ रहे थे कि विद्यालयों में छात्र-छात्राओं से अधिक पैसे लिए जा रहे है. जिसे लेकर जिलाधिकारी नवीन कुमार खुद शनिवार को सभी स्कूलों की जांच के लिए निकले थे. इसी दौरान जब वे टाउन उच्च विद्यालय के पास तो छात्रों ने बताया कि स्कूल में दसवीं और ग्यारवीं में नामांकन फॉर्म और प्रोसपेक्टस के लिए 100 रूपये लिए जा रहे हैं. 

वहीं, दसवीं में नामांकन में अधिक पैसे लिए जाने की बात छात्रों द्वारा बतायी गई. जिसके बाद डीएम विद्यालय के अंदर पहुंचे जहां बच्चों को फॉर्म दिया जा रहा था. जहां लिपिक अमित कुमार और प्राचार्य अरविंद कुमार चौधरी थे. जहां के दौरान पता चला कि विद्यालय में लिपिक द्वारा बच्चों से नामांकन फॉर्म और प्रोस्पेक्टस के लिए 100 रूपये लिए जा रहे है. जबकि इसके लिए बच्चों को रसीद भी नहीं दिया जा रहा था. वहीं दसवीं में नामांकन कराने वाले छात्रों को भी रसीद नहीं दिया जा रहा था. जिसके बाद डीएम बुरी तरह भड़क गए और प्राचार्य और लिपिक को जमकर फटकार लगायी. इस दौरान डीएम ने बच्चों को  सामने बुलाकर इसकी जानकारी ली. छात्रों  ने बताया कि उसने दसवीं में नामांकन के लिए 950 रूपये का शुल्क जमा किया है. लेकिन उसे रसीद नहीं दिया गया है. जबकि नामांकन के लिए फॉर्म लेने पहुंचे छात्रों ने बताया कि प्रोसपेक्टस फॉर्म के लिए 100 रूपये लिए जा रहे हैं.  

डीएम नवीन कुमार ने बताया किकुछ लोगो ने शिकायत की सरकारी स्कूल में कुछ शिक्षक फ़ीस एडमिशन और रजिस्ट्रेशन के नाम पर  छात्र छत्राओ से अवैध तरिके से ज्यादा रूपये ले रहे है इसी के अवलोकन को लेकर जिले में कई स्कूलों का निरीक्षण किया जिसमे शहर टाउन उच्च विद्यालय में छात्रों से अधिक पैसे लिए जाने की बात सामने आई है. जिसके लिए शिक्षा विभाग के डीपीओ और एसडीओ को मामले की जांच कर दोनों के विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है. 

उन्होंने बताया कि शनिवार होने के कारण अधिकांश विद्यालय बंद हो चुके थे. जिसके कारण कई स्कूलों में जांच नहीं हो पायी. हलांकि सोमवार से अंचल और प्रखंड स्तर पर अधिकारियों द्वारा सभी स्कूलों का जांच किया जाएगा. साथ ही जिस विद्यालय से अधिक पैसे लिए जाने का मामला सामने आएगा. उसके विरूद्ध कार्रवाई की जाएगी. डीएम ने कहा  रकार का संकल्प है कि सभी छात्र-छात्राओं को विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराई जाए. जिसके लिए सभी विद्यालयों में शिक्षकों को समय पर उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है. साथ ही अच्छे कार्य करने वाले शिक्षकों को जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक तीन माह पर सम्मानित किया जाएगा. (इनपुट: प्रशांत)

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