Akhilesh Yadav के इस दांव से फंसेगा BJP की जीत का पेंच? 2024 चुनाव के लिए ने बनाई ये खास रणनीति
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Akhilesh Yadav के इस दांव से फंसेगा BJP की जीत का पेंच? 2024 चुनाव के लिए ने बनाई ये खास रणनीति

UP Politics: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के लिए ऐसा दांव चल दिया है, जिससे भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जीत में पेंच फंस सकता है.

Akhilesh Yadav के इस दांव से फंसेगा BJP की जीत का पेंच? 2024 चुनाव के लिए ने बनाई ये खास रणनीति

Akhilesh Yadav Plan for 2024 Election: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के लिए रणनीति बनाने में जुट गए हैं और उन्होंने इस बार ऐसा दांव चल दिया है, जिससे भारतीय जनता पार्टी (BJP) की जीत में पेंच फंस सकता है. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने राम मनोहर लोहिया के साथ ही अब कार्यक्रमों में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर के विचारों को भी मान्यता देने का फैसला किया है. इसके साथ ही अखिलेश यादव ने बसपा से आए आजाद सिंह बड़ी जिम्मेदारी भी दी है ताकि अनुसूचित वर्ग के वोट बैंक में सेंध लगाई जा सके.

समाजवादी पार्टी ने संविधान में किया बड़ा बदलाव

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दलितों वोटर्स को अपनी तरफ लाने के इरादे से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने अपने संविधान में बड़ा बदलाव किया है और बाबा साहब वाहिनी फ्रंटल संगठन का गठन किया है, जो भीमराव आंबेडकर के विचारों को आगे बढ़ाएगी. बताया जा रहा है कि हाल ही में कोलकाता में हुई सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के नेताओं ने इस बात को लेकर फैसला किया था. ये संगठन लोगों को डॉ. राम मनोहर लोहिया और डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों की समानताओं के बारे में बताएगी.

हर तीन महीने में अखिलेश यादव को रिपोर्ट देगी वाहिनी

दलितों को समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) से जोड़ने के लिए बाबा साहब वाहिनी वैचारिकी कार्यक्रमों का आयोजन करेगी. इसके साथ ही दलितों के मुद्दों पर रिसर्च रिपोर्ट तैयार करेगी और वाहिनी हर 3 महीने में सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को अपनी रिपोर्ट देगी. सपा ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में दलित वोटर्स को साधने के लिए प्लान बनाया था और इसके लिए पार्टी पुराने दलित नेताओं को आगे करने की कोशिश में लग गई है.

अखिलेश ने आगरा में चला बड़ा दांव!

रिपोर्ट्स के अनुसार, इसके साथ ही अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने दलित वोटर्स को साधने के लिए आगरा में बड़ा दांव चला है और बहुजन समाज पार्टी (BSP) से आए आजाद सिंह को जिले की कमान सौंप दी है, जो पूर्व में बसपा जिलाध्यक्ष से लेकर मंडल कोऑर्डिनेटर और मुख्य जोन इंचार्ज रह चुके हैं. आगरा दलितों का गढ़ है और यहां फिलहाल दोनों लोकसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है. हालांकि, अखिलेश के कदम से पेंच फंस सकता है.

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