सरकारी मिल को बताने लगा अपनी, पूजा-पाठ भी कर डाली, 2 महीने में उजागर फर्जीवाड़ा
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand814805

सरकारी मिल को बताने लगा अपनी, पूजा-पाठ भी कर डाली, 2 महीने में उजागर फर्जीवाड़ा

कन्हैया शर्मा ने तहसील प्रशासन को धोखे में रखकर वाल्टरगंज शुगर मिल को खरीदने की घोषणा कर दी और हर तरफ इसका प्रचार-प्रसार भी कर दिया कि सालों से बंद वाल्टरगंज शुगर मिल का मालिक अब वह है. 

सांकेतिक तस्वीर.

बस्ती: उत्तर प्रदेश के बस्ती में एक ऐसा 'नटवरलाल' सामने आया है जिसने प्रदेश सरकार की शुगर मिल को अपना ही बना लिया. यानि मिल सरकार की, लेकिन मालिक बना बैठा था कन्हैया शर्मा नाम का एक शख्स. सरकारी मिल को अपना बता कर पिछले 2 महीने से कन्हैया शर्मा कब्जा कर के बैठा रहा. इतना ही नहीं, उसने बकायदा मिल में पहुंच कर पूजा-पाठ करवाया, जिससे लोगों को यह भरोसा हो जाए कि मिल का असली मालिक यही है. लेकिन यह फर्जीवाड़ा 2 महीने से ज्यादा नहीं चला. आरोपी कन्हैया शर्मा की इस हरकत पर वाल्टरगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई.

ये भी पढ़ें: देश के 9 करोड़ किसानों को PM मोदी ने दी सौगात, कृषि कानूनों पर भी बोले, पढ़ें उनके भाषण की 8 बड़ी बातें

यूं की सरकार की अरबों की प्रॉपर्टी पर कब्जा
आरोपी कन्हैया शर्मा खुद को सामाजिक कार्यकर्ता और व्यापारी बताता है. उसने तहसील प्रशासन को धोखे में रखकर वाल्टरगंज शुगर मिल को खरीदने की घोषणा कर दी और हर तरफ इसका प्रचार-प्रसार भी कर दिया कि सालों से बंद वाल्टरगंज शुगर मिल का मालिक अब वह है. तहसील प्रशासन के अधिकारी भी उस समय कन्हैया की साजिश को भाप नहीं पाए और उसके झांसे में आ गए. इसका फायदा उठाते हुए नटवरलाल कन्हैया ने मिल शुरू करने से पहले भव्य तरीके से पूजा करवाई. इतना ही नहीं, उसके इस कार्यक्रम में जिला प्रशासन से लेकर स्थानीय नेता और किसान भी शामिल हुए और इस तरह कन्हैया ने सरकार की अरबों की प्रॉपर्टी पर एंट्री कर ली. 

ये भी पढ़ें: Elon Musk: 12 साल की उम्र में बनाया वीडियो गेम, आज है दुनिया का दूसरा सबसे अमीर आदमी

किसानों का पैसा चुकाने के लिए मिल की गई नीलाम
बता दें, वाल्टरगंज शुगर मिल पर 4 सालों से किसानों के लगभग 50 करोड़ रुपये बकाया थे. ऐसे में पैसों की भरपाई करने के लिए जिला प्रशासन ने मिल को नीलाम करने की घोषणा की थी. इसके बाद मिल की बोली 69 करोड़ रुपये लगी. अभी नीलामी की प्रक्रिया चल ही रही थी कि अचानक कन्हैया शर्मा की जिले में एंट्री हुई और बिना किसी प्रूफ के वह खुद को शुगर मिल का मालिक बताने लगा. उसने कागज दिखाए बिना मिल खरीदने का दावा भी किया. कन्हैया की इस धोखाधड़ी को जिला प्रशासन को समझने में थोड़ा समय लगा, लेकिन 2 महीने बाद प्रशासन की कार्रवाई में इस नटवरलाल कन्हैया शर्मा की पोल खुल गई. 

ये भी पढ़ें: योगी सरकार ने तैयार किया डेटा सेंटर पॉलिसी का ड्राफ्ट, इस फील्ड में हैं रोजगार की अपार संभावनाएं

पुलिस ने दर्ज की FIR
फिलहाल एसडीएम आसाराम ने मिल पर अनाधिकृत रूप से कब्जा करने के आरोप में कन्हैया शर्मा के खिलाफ वाल्टरगंज थाने में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था. इस बारे में एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

WATCH LIVE TV

Trending news