Gorakhpur lok sabha seat Chunav 2024: गोरखपुर लोकसभा सीट पर 1 जून को मतदान होना है. यहां सपा ने काजल निषाद को उतारा है. तो बीजेपी ने वर्तमान सांसद रवि किशन को एक बार फिर टिकट दिया है.
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Gorakhpur lok sabha seat Chunav 2024: लोकसभा चुनाव के 7वें और अंतिम चरण में एक जून, शनिवार को गोरखपुर में वोट डाले जाएंगे. इस समय यहां का सियासी तापमान हाई है. गोरखपुर में लोकसभा की दो सीट हैं, एक गोरखपुर शहर और दूसरी बांसगांव. देखा जाए तो इस बार दोनों ही सीटों पर फिलहाल लड़ाई दिख रही है. गोरखपुर सीट पर एक बार फिर भाजपा के निवर्तमान सांसद रवि किशन चुनावी मैदान में हैं. इस बार समाजवादी पार्टी की टिकट पर इंडी गठबंधन ने फिल्म एक्ट्रेस काजल निषाद को मैदान में उतारा है. बीएसपी ने जावेद सिमनानी को टिकट दिया है.
कौन-कौन उम्मीदवार
गोरखपुर लोकसभा सीट-गोरखपुर सीट से एक बार फिर भाजपा ने रवि किशन को उम्मीदवार बनाया है. समाजवादी पार्टी ने अभिनेत्री काजल निषाद को मैदान में उतारा है. वह निषाद समाज से ही आती हैं. वह यहां से कई चुनाव भी लड़ चुकी है. जबकि बसपा ने जावेद सिमनानी पर दांव लगाया है.
अखिलेश और योगी ने की रैली
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने गोरखपुर में जनसभा की है. वहीं यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविकिशन के लिए रैली की थी.
काजल निषाद को हार्ट अटैक आया
गोरखपुर से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी काजल निषाद को हार्ट अटैक आया था. लोकसभा चुनाव की तारीख का ऐलान होने के बाद से ही सपा प्रत्याशी काजल निषाद चुनाव-प्रचार में जुटी हुई थी.इसी बीच चुनाव प्रचार के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ थी और वे बेहोश हो गईं थीं. तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें लखनऊ के मेदांता के लिए रेफर किया गया है. डॉक्टर्स की मानें तो उनकी तबीयत करीब दो दिन पहले खराब हुई थी, रविवार को उनका ईसीजी किया गया है जिसमें रिपोर्ट गड़बड़ आने पर उन्हें रेफर किया गया.
2019 लोकसभा परिणाम?
साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार रवि किशन ने सपा के राम निषाद को हराया था. रवि किशन को 717,122 वोट मिले थे तो सपा के राम निषाद को 4,15,458 वोट मिले. गोरखपुर 2014 के नतीजे की बात करें तो बीजेपी के योगी आदित्यनाथ इस सीट पर थे और जीते थे. उनको 5,39,127 वोट मिले थे.
बीजेपी गोरखपुर से मात खा चुकी
2018 के उप चुनाव में बीजेपी गोरखपुर से मात खा चुकी है. उस समय मुख्यमंत्री योगी की मौजूदगी में भी बीजेपी के प्रत्याशी को जीत नहीं पाई. सपा और बसपा का गठबंधन सभी समीकरणों पर भारी रहा था.उस वक्त भी प्रत्याशी निषाद समुदाय से था.
जातीय समीकरण
गोरखपुर लोकसभा सीट के जातीय समीकरण की बात करें तो यहां पर पिछड़ा वर्ग के वोटरों का दबदबा है. गोरखपुर में 4 लाख से ज्यादा निषाद वोटर हैं. इस सीट पर 2 लाख दलित वोटर हैं. इस सीट पर डेढ़ लाख से ज्यादा मुस्लिम मतदाता भी हैं. इसके अलावा करीब 3 लाख ब्राह्मण और ठाकुर वोट हैं.भूमिहार और वैश्य वोटरों की संख्या भी करीब डेढ़ लाख है.
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