राजस्थान सरकार ने पिंक स्टोन के खनन पर लगाई रोक, राम मंदिर निर्माण में आ सकती है बाधा
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand746617

राजस्थान सरकार ने पिंक स्टोन के खनन पर लगाई रोक, राम मंदिर निर्माण में आ सकती है बाधा

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट करीब 36 करोड़ रुपए मूल्य के 4.5 लाख घनफीट गुलाबी पत्थरों का ऑर्डर देने की तैयारी में है. उससे पहले ही यह आदेश आ गया है.

राजस्थान के बंशी पहाड़पुर के गुलाबी पत्थरों से बनी अयोध्या राम मंदिर की प्रतिकृति. (File Photo)

अयोध्या: राम मंदिर निर्माण में अब एक नई चुनौती सामने आई है. दरअसल, जिस पिंक स्टोन का इस्तेमाल राम मंदिर में किया जाना है उसके खनन पर भरतपुर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है. पांच हजार वर्षों तक अक्षुण्ण रहने वाले ये गुलाबी पत्थर सिर्फ राजस्थान के भरतपुर जिले में स्थित बंशीपहाड़पुर में मिलते हैं.

कंगना के समर्थन में आईं साध्वी प्राची, कहा- उद्धव सरकार किसी न किसी शिखंडी को बचा रही

संसद भवन और लालकिला बंशी पहाड़पुर के गुलाबी पत्थरों से बने हैं
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट करीब 36 करोड़ रुपए मूल्य के 4.5 लाख घनफीट गुलाबी पत्थरों का ऑर्डर देने की तैयारी में है. उससे पहले ही यह आदेश आ गया है. देश में सदियों से जस की तस खड़ी तमाम इमारतें व किले यहीं के गुलाबी पत्थरों से बने हैं. संसद भवन, लालकिला, बुलंद दरवाजा सहित अक्षरधाम और इस्कॉन के अधिकांश मंदिरों में बंशीपहाड़पुर के गुलाबी पत्थरों का ही इस्तेमाल हुआ है.

कंगना के समर्थन में अयोध्या के संत, कहा-राम की नगरी में अब शिव सैनिकों को घुसने नहीं देंगे

राम मंदिर के लिए अभी 4.5 लाख घनफीट गुलाबी पत्थरों की जरूरत
राम मंदिर के लिए विश्व हिंदू परिषद ने बहुत पहले ही गुलाबी पत्थरों को जमा करना शुरू कर दिया था. अयोध्या के कारसेवकपुरम कार्याशाला में इन पत्थरों पर नक्काशी और तराशी का काम भी हो चुका है. लेकिन राम मंदिर निर्माण के लिए अभी 4.5  लाख घनफीट गुलाबी पत्थरों की जरूरत और है. भरतपुर जिला प्रशासन के इस आदेश के बाद राम मंदिर निर्माण में बाधा आने की आशंका जताई जा रही है.

WATCH LIVE TV

Trending news