यास तूफान पर सियासी घमासान देखने को मिल रहा है. एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे कर रहे हैं. वहीं ममता बनर्जी के पास रिव्यू मीटिंग में बैठने का समय नहीं है.
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नई दिल्ली: यास चक्रवात (Yaas Cyclone) से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल (West Bengal) और ओडिशा (Odisha) के प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया. इस दौरान पीएम मोदी ने दोनों राज्यों के लिए राहत पैकेज का भी ऐलान किया.
पीएम मोदी ने तत्काल राहत गतिविधियों के लिए 1,000 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की. इसमें से ओडिशा को तुरंत 500 करोड़ रुपये दिए जाएंगे. जबकि शेष बचे 500 करोड़ रुपये पश्चिम बंगाल और झारखंड के लिए होंगे. उन्होंने बताया नुकसान का आंकलन करने के बाद ही ये राशि जारी की जा रही है. हालांकि इस फैसले पर पीएम ने रिव्यू मीटिंग की थी, जिसमें पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़, सीएम ममता बनर्जी, केंद्रीय मंत्री और बंगाल से सांसद देबाश्री चौधरी और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मौजूद रहना था.
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लेकिन इस बैठक में ममता बनर्जी 30 मिनट की देरी से पहुंचीं. इतना ही नहीं, राज्य के मुख्य सचिव भी देरी से पहुंचे. इसके बाद भी ममता मीटिंग में नहीं रुकीं. उन्होंने साइक्लोन से राज्य में हुए नुकसान से जुड़े कुछ दस्तावेज दिए और चली गईं. सूत्रों के मुताबिक, ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का कहना था कि उन्हें दूसरी मीटिंग्स में जाना है. ममता बनर्जी के इस रुख से केंद्र की सत्ताधारी पार्टी और टीएसमी के बीच एक बार फिर से टकराव बढ़ सकता है. हालांकि इस मीटिंग के दौरान राज्य के गवर्नर जगदीप धनखड़ पूरे समय मौजूद रहे.
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