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नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर स्टाफ सेलेक्शन कमिशन (SSC Exam) परीक्षा को लेकर नोटिस वायरल हो रहा है. नोटिस में कहा गया है कि SSC पर काफी दबाव बढ़ गया है, जिस वजह से ‘Tier-0’ नाम से एक अलग व्यवस्था शुरू की गई है. इसके मुताबिक, अब वही कैंडिटेट SSC के लिए अप्लाई कर सकते हैं, जो टीयर-0 पास करेंगे.
इस नोटिस को सरकार की तरफ से फेक (Fake SSC Notice) बताया गया है. पीआईबी (PIB) ने ट्विटर हैंडल पर इस फेक नोटिस की जानकारी दी है. प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) ने बताया है कि यह नोटिस फर्जी है. SSC ने ऐसा कोई नोटिस नहीं जारी किया है.
पीआईबी (PIB) के मुताबिक, एसएससी (SSC) ने ऐसा कोई नोटिस जारी नहीं किया है. एसएससी ने ‘टीयर-0’ जैसे किसी सिस्टम का ऐलान नहीं किया है. इसलिए यह खबर पूरी तरह से निराधार है. सोशल मीडिया पर रेल किराया को लेकर भी एक खबर चल रही है, जिसका भी पीआईबी (PIB) ने खंडन किया है. ऐसी भी खबरें हैं कि भारतीय रेल ने यात्रियों के लिए किराया बढ़ा दिया है लेकिन पीआईबी ने इस बात को भी फर्जी बताया है. पीआईबी के फैक्ट चेक (PIB Fact Check) के अनुसार, फिलहाल यात्री किराये में बढ़ोतरी की कोई बात नहीं है.
A notice allegedly issued by the SSC claims that due to the increasing load on SSC servers a new tier named Tier-0 has been introduced and candidates can only apply for jobs after qualifying it PIBFactCheck This notice is Fake No such notice has been issued by the SSC pic.twitter.comnco7f7xw13
PIB Fact Check PIBFactCheck) January 6, 2021
Claim Several media outlets have reported that Indian Railways is planning to raise passenger fares from January 6, 2021.#PIBFactCheck: This claim is Fake and Baseless. There is NO proposal under consideration to increase the fares. pic.twitter.com qkOxCejapx
PIB Fact Check PIBFactCheck January 6, 2021
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पीआईबी (PIB) ने एक और खबर को फर्जी बताया है. दरअसल, दिल्ली एम्स (Delhi AIIMS) को लेकर खबर वायरल (Viral News) हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में नर्सिंग भर्तियों में लगे 80-20 अनुपात को समाप्त करने का आदेश जारी किया गया है. इस खबर में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के नाम से कथित ट्वीट में इस बात का दावा किया गया है.
पीआईबी (PIB) ने इस खबर को फर्जी बताते हुए कहा है कि डॉ. हर्षवर्धन ने ऐसा कोई भी ट्वीट नहीं किया है.