बिस्किट चॉकलेट से और बॉर्नविटा कोक-पेप्सी से ज्यादा खतरनाक, बच्चों को देने से पहले जान ले नुकसान
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बिस्किट चॉकलेट से और बॉर्नविटा कोक-पेप्सी से ज्यादा खतरनाक, बच्चों को देने से पहले जान ले नुकसान

क्या आप जानते हैं कि आपके बच्चे रोजाना जो बिस्किट और बॉर्नविटा खाते हैं, वो शायद चॉकलेट और कोक-पेप्सी से भी ज्यादा नुकसानदायक हो सकते हैं? जी हां, आपने सही सुना! भले ही ये सुनने में अजीब लग सकता है, लेकिन सच्चाई यहीं है.

बिस्किट चॉकलेट से और बॉर्नविटा कोक-पेप्सी से ज्यादा खतरनाक, बच्चों को देने से पहले जान ले नुकसान

आपने सही सुना! बिस्किट चॉकलेट से भी ज्यादा नुकसानदायक हो सकते हैं. ज्यादातर लोग चॉकलेट हफ्ते में एक या दो बार खाते हैं, लेकिन बिस्किट लगभग हर दिन का हिस्सा बन चुके हैं. हो सकता है कि आप सुबह दो बिस्किट खाते हों और शाम को भी दो, जिससे यह आंकड़ा हफ्ते में 28 बिस्किट तक पहुंच जाता है. लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि ज्यादातर बिस्किट (चाहे वो कितने भी हेल्दी क्यों न कहे जाते हों) तीन मुख्य सामग्री से बने होते हैं: मैदा (रिफाइंड फ्लोर), चीनी और पाम ऑयल.

बिस्किट जैसे बर्बन और जिम जैम में चॉकलेट जैसे किट कैट और मंच से भी ज्यादा चीनी होती है. चौंक गए ना? मगर ये सच्चाई है. जबकि हम में से कई लोग बच्चों को चॉकलेट खाने से मना करते हैं, हम खुशी-खुशी उन्हें बिस्किट खाने की इजाजत दे देते हैं.

बॉर्नविटा: पेप्सी और कोक से भी ज्यादा नुकसानदायक?
इसी तरह, बहुत सारे बच्चे हर हफ्ते 14 गिलास बॉर्नविटा वाला दूध पीते हैं, लेकिन शायद ही कभी एक या दो गिलास कोक या पेप्सी. बॉर्नविटा का सेवन अक्सर खाली पेट किया जाता है, जिससे शरीर में तेजी से शुगर की मात्रा बढ़ जाती है. दूसरी तरफ, सॉफ्ट ड्रिंक्स जैसे कोक और पेप्सी का सेवन ज्यादातर खाने के साथ किया जाता है, जिससे शुगर स्पाइक थोड़ा कम होता है. एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि लोगों को कभी-कभी खाए जाने वाले भोजन के बजाय रोजाना सेवन पर ध्यान देना चाहिए.

चॉकलेट के हेल्थ बेनिफिट्स
चॉकलेट (खासतौर से डार्क चॉकलेट) आपके दिल और ब्लड सर्कुलेशन के लिए अच्छा है. यह नसों को लचीला बनाए रखता है और क्लॉग्स से बचाता है. इसमें मौजूद फ्लेवोनॉयड्स आपके स्किन को भी सूरज की हानिकारक किरणों से बचाने में मदद करते हैं. चॉकलेट खांसी को भी कंट्रोल कर सकती है! इसमें थियोब्रोमाइन नामक तत्व होता है, जो खांसी के लिए जिम्मेदार दिमाग के हिस्से को दबाने में मदद करता है. इतना ही नहीं, चॉकलेट वजन कम करने में भी मदद करता है. भोजन से पहले थोड़ी सी चॉकलेट खाने से शरीर में ऐसे हार्मोन एक्टिव हो सकते हैं जो आपको भरा हुआ महसूस कराते हैं, जिससे आप कम खा सकते हैं. डार्क चॉकलेट ब्रेन सेल्स को डैमेज से भी बचा सकता है, खासकर स्ट्रोक के मामलों में. यह डायबिटीज को देरी से आने में मदद कर सकता है और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को सुधारकर दिल की बीमारियों के खतरे को कम कर सकता है.

बिस्किट्स के रोजाना सेवन का खतरा
यहां सबसे बड़ी विडंबना यह है कि बिस्किट्स जैसे बर्बन, जिम जैम और हाइड एंड सीक में किट कैट और मंच जैसी चॉकलेट से भी ज्यादा चीनी होती है. फिर भी कई माता-पिता अपने बच्चों को स्कूल स्नैक्स के लिए किट कैट नहीं देंगे, लेकिन बिस्किट्स खुशी-खुशी पैक कर देंगे. इसकी वजह है चतुर मार्केटिंग, जिसके कारण माता-पिता सोचते हैं कि बिस्किट्स चॉकलेट से कम नुकसानदायक होते हैं. बिस्किट्स को हेल्दी स्नैक्स के रूप में प्रमोट किया जाता है. चाहे उन्हें 'डाइजेस्टिव' कहा जाए या 'ब्रेन बूस्टर्स', भारत में ज्यादातर बिस्किट्स मैदा, चीनी और पाम ऑयल से भरे होते हैं, जो कि हमारी सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकते हैं. इसलिए, अगली बार जब आप बिस्किट्स या बर्नविटा के सेवन के बारे में सोचें, तो ध्यान रखें कि यह आपकी सेहत पर चॉकलेट या कोल्ड ड्रिंक से भी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं.

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