Brain Stroke: आपकी ये आदत हो सकती है जानलेवा, एक घंटे के भीतर आ सकता है स्ट्रोक
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Brain Stroke: आपकी ये आदत हो सकती है जानलेवा, एक घंटे के भीतर आ सकता है स्ट्रोक

Brain Stroke: हाल में सामने आई एक स्टडी के मुताबिक, आपकी रोजाना की एक आदत स्ट्रोक के खतरे को बढ़ा देती है और इससे एक घंटे के भीतर स्ट्रोक आ सकता है.

Brain Stroke: आपकी ये आदत हो सकती है जानलेवा, एक घंटे के भीतर आ सकता है स्ट्रोक

नई दिल्ली: हाल में सामने आई एक स्टडी के मुताबिक, आपका गुस्सा या किसी बात को लेकर आपका नाराज होना स्ट्रोक (Brain Stroke) की वजह बन सकता है. स्टडी में कहा गया है कि गुस्सा (Anger) और भारी शारीरिक परिश्रम की वजह से एक घंटे के भीतर स्ट्रोक आ सकता है.

  1. आपका गुस्सा या किसी बात को लेकर आपका नाराज होना स्ट्रोक की वजह बन सकता है.
  2. भारी शारीरिक परिश्रम से भी स्ट्रोक आ सकता है.
  3. भावनात्मक परेशानी के कारण स्ट्रोक का खतरा 30 फीसदी बढ़ जाता है.
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नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ आयरलैंड (National University of Ireland) के वैज्ञानिकों ने इस पर स्टडी की और पाया कि जिन लोगों को स्ट्रोक आया, उनमें से ज्यादातर को स्ट्रोक आने से करीब घंटे भर पहले काफी गुस्सा आ रहा था या वे अवसाद  में चले गए थे. इस स्टडी के नतीजे यूरोपियन हार्ट जर्नल (European Heart Journal) में प्रकाशित किए गए हैं.

ब्रेन को नहीं मिलता ऑक्सीजन

स्ट्रोक की स्थिति में ब्रेन में ब्लड सप्लाई बाधित हो जाती है या फिर दिमाग के अंदर ब्लड वेसल फट जाती है. दोनों ही स्थितियों में ब्रेन तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती. इसका नतीजा यह होता है कि ब्रेन की एक्टिविटी संचालित नहीं हो पाती है और पैरालिसिस का भी खतरा रहता है.

स्थिति हो सकती है जानलेवा

 ग्लोबल इंटरस्ट्रोक स्टडी (Global Interstroke Study) का हिस्सा रहे इस शोध में गंभीर स्ट्रोक के 13,462 मामलों का अध्ययन किया गया. स्टडी में आयरलैंड समेत 32 देश शामिल रहे.नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ आयरलैंड (National University of Ireland) के वैज्ञानिकों ने पाया कि भारी शारीरिक श्रम करने वाले लोगों में भी स्ट्रोक का खतरा रहता है. स्टडी में सामने आया कि हर 20 में से एक व्यक्ति जिसे स्ट्रोक आया, वह भारी शारीरिक परिश्रम करता था. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

 

एनयूआइ गालवे (NUI Galway) में Clinical Epidemiology के प्रोफेसर और इस स्टडी को लीड करने वाले एंड्रयू स्मिथ (Andrew Smyth) के मुताबिक, स्ट्रोक की रोकथाम डाक्टरों की प्राथमिकता है. एडवांस्ड टेक्नीक्स के बावजूद स्ट्रोक के खतरे का अनुमान लगाना मुश्किल होता है. हमने अपनी स्टडी में यह पता करने का प्रयास किया कि किन वजहों से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है.’

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30 फीसदी बढ़ जाता है खतरा

एंड्रयू स्मिथ (Andrew Smyth) ने कहा कि रिसर्च में पाया गया कि भावनात्मक परेशानी के कारण स्ट्रोक का खतरा 30 फीसदी बढ़ जाता है. ये भी पाया गया कि कठिन शारीरिक श्रम करने (Heavy Physical Exertion) वालों में स्ट्रोक का खतरा 60 फीसदी अधिक होता है. 

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