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नई दिल्ली : Urinary Tract Infections के दौरान जलन और दर्द के साथ ही पेशाब करने में समस्या होती है. नेशनल किडनी फाउंडेशन के अनुसार, 5 में से 1 महिला अपने जीवन में कभी न कभी यूटीआई का अनुभव करती है. महिलाओं में यूटीआई दूसरा सबसे आम इंफेक्शन है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज का कहना है कि महिलाओं को बार-बार यूरिन इंफेक्शन होने का कारण मूत्रमार्ग का छोटा होना है, जिससे यूटीआई पैदा करने वाले बैक्टीरिया के लिए इसे पार करना और मूत्राशय पर आक्रमण करना बहुत आसान हो जाता है. चलिए जानें, वे गलत आदतें जो यूटीआई का कारण बनती हैं.
यूरिन इंफेक्शन को सबसे बड़ा और आम कारण वॉशरूम में गलत तरीके से एनस (anus) को साफ करना है. आमतौर पर लोग बाथरूम जाने के बाद एनस को पीछे से आगे हाथ लाते हुए धोते हैं. एक्सपर्ट बताते हैं कि ये सबसे गलत आदत है. इस कारण मल के कुछ बैक्टीरिया वैजाइना में चले जाते हैं जो कि यूरिन इंफेक्शन का कारण बनते हैं. इस गलत आदत के बारे में आमतौर पर लोगों को पता नहीं होता है. ऐसे में टॉयलेट जाने के बाद एनस को आगे से पीछे की ओर साफ करें, ऐसा करने से वैजाइना में बैक्टीरिया नहीं जाएंगे और यूरिन इंफेक्शन से बचा जा सकता है. अपने प्राइवेट पार्ट को ऐसी किसी भी चीज से ना छुएं जो आपके एनस के संपर्क में रही हो. इसमें कंडोम, टॉयलेट पेपर और उंगलियां सभी शामिल हैं.
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- इसी तरह आमतौर पर पानी कम पीने के वजह से यूटीआई बैक्टीरिया पनपने लगते हैं लेकिन जब हम पानी का खूब सेवन करते हैं यूटीआई बैक्टीरिया बाहर निकालने में मदद मिलती है. इसके साथ ही रिलेशन बनाने के तुरंत बाद और पहले पेशाब करने जरूर जाएं. इससे आप यूटीआई से बच सकते हैं.
- पीरियड्स के दौरान लंबे समय तक पैड ना बदलना और डर्टी टैम्पोन एक ऐसी चीज है जहां बैक्टीरिया बहुत आसानी से पनप सकते हैं. इसलिए माहवारी के दौरान इंफेक्शन से बचने के लिए इन्हें बार-बार बदलें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)