कोरोना के खिलाफ प्रभावी हैं ये 5 योगासन, रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है मजबूत
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कोरोना के खिलाफ प्रभावी हैं ये 5 योगासन, रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है मजबूत

देश में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए इम्यूनिटी बूस्ट करने पर खासा जोर दिया जा रहा है. कई ऐसे योगासन हैं, जिनका इस्तेमाल कर आप अपनी रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ा सकते हैं. 

प्रतीकात्मक तस्वीर

देश में कोरोना की तीसरी लहर तेजी से बढ़ रही है. हर रोज कोरोना के मामले नए रिकॉर्ड बना रहे हैं. ऐसे में महामारी से बचने के लिए लोग अपनी इम्यूनिटी बूस्ट करने पर सबसे ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. 

  1. इन योगासन से मजबूत होती है इम्यूनिटी
  2. तेज होता है ब्लड सर्कुलेशन
  3. रोजाना 5 मिनट करें ये आसन

इन योगासन से मजबूत होती है इम्यूनिटी

इम्यूनिटी यानी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में अच्छा खान, एक्सरसाइज और डॉक्टर की सुझाई गई दवाइयां कारगर मानी जाती हैं. इसके साथ ही कुछ योगासन भी हैं, शरीर की इम्यूनिटी को मजबूत करने में मदद करते हैं. आइए जानते हैं कि वे कौन से आसन (Immunity-Boosting Yoga) हैं, जिन्हें नियमित रूप से करने से फेफड़ों की सांस ग्रहण करने की क्षमता और मसल्स मजबूत हो जाती हैं. 

बालासन: इस आसन में घुटने मोड़कर आगे की तरफ झुकते हुए दोनों हाथों को जोड़कर आगे रखा जाता है. इससे तनाव से राहत मिलती है और मसल्स रिलैक्स होती हैं. साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity-boosting) भी बढ़ती है.  

तेज होता है ब्लड सर्कुलेशन

भुजंगासन: इस आसन (Immunity-Boosting Yogasan) में पेट के बल लेटकर, दोनों हाथों को शरीर के दोनों तरफ रखकर ऊपर की ओर सिर ले जाते हुए किया जाता है. इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता के साथ ही ब्लड सर्कुलेशन और पाचन क्रिया करने वाली मसल्स भी मजबूत होती हैं. 

मत्सयासन: इस आसन में पीठ के बल लेटकर हाथ जांघों के पास रखे जाते हैं और कंधों को ऊपर की और उठाया जाता है. इससे छाती, एब्स और गर्दन जैसे ऊपरी अंगों को मजबूती मिलती है. 

रोजाना 5 मिनट करें ये आसन

अनुलोम-विलोम प्राणायाम: इस आसन (Immunity-Boosting Yogasan) में आलती-पालती मारकर सांस लेने और छोड़ने की क्रिया की जाती है. आप इस आसन को रोजाना 5 मिनट तक कर सकते हैं. इससे इम्यूनिटी सिस्टम के साथ ही श्वास प्रणाली भी बेहतर होती है.

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वृक्षासन: इसमें सीधे खड़े होकर एक पैर को घुटने तक मोड़ा जाता है और फिर दोनों हाथों को ऊपर उठा कर जोड़ा जाता है. इससे शारीरिक और मानसिक संतुलन बढ़ता है. माइग्रेन की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को ये आसन करने से बचना चाहिए.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इन नुस्खों की पुष्टि नहीं करता है.)

 

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