मां की डांट हमें किस बीमारी से बचाती है? श्री श्री रविशंकर ने बताया इसे 'नेचुरल वैक्सीन'
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मां की डांट हमें किस बीमारी से बचाती है? श्री श्री रविशंकर ने बताया इसे 'नेचुरल वैक्सीन'

'मां की डांट' सिर्फ अनुशासन का हथियार नहीं, बल्कि एक नेचुरल वैक्सीन भी है. यह कहना है आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर का, जिन्होंने मां की डांट को एक अनमोल तोहफा बताया है.

मां की डांट हमें किस बीमारी से बचाती है? श्री श्री रविशंकर ने बताया इसे 'नेचुरल वैक्सीन'

मां से डांट किसने नहीं खाई होगी. बच्चा हो या बड़ा, हर किसी ने जरूर अपनी मां से कभी न कभी डांट खाई होगी. मां की डांट और फटकार अक्सर बच्चों के लिए एक नॉर्मल एक्सपीरिएंस होता है. कभी-कभी इसे बच्चे सख्ती या अनुशासन के रूप में देखते हैं, लेकिन श्री श्री रविशंकर ने इसे एक अनोखे नजरिए से समझाया है. उन्होंने कहा है कि मां की डांट या आलोचना बच्चों के लिए एक तरह की 'नेचुरल वैक्सीन' का काम करती है.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में श्री श्री रविशंकर बताते हुए नजर आ रहे हैं कि कि जैसे एक वैक्सीन शरीर को बीमारियों से लड़ने के लिए तैयार करती है, वैसे ही मां की डांट बच्चों को बाहरी दुनिया की कठोरता और चुनौतियों का सामना करने के लिए मजबूत बनाती है. उनके अनुसार, मां की आलोचना बच्चों को मानसिक रूप से सशक्त बनाती है, ताकि वे जीवन में आने वाली मुश्किल परिस्थितियों को सहन कर सकें.

क्यों जरूरी है संतुलन?
मां की डांट को लेकर कई माताएं अक्सर गिल्ट महसूस करती हैं. लेकिन रविशंकर जी ने माताओं को यह संदेश दिया कि डांटना या अनुशासन सिखाना बुरा नहीं है, बल्कि इसे सही संतुलन के साथ करना जरूरी है. ज्यादा कठोरता बच्चों पर नेगेटिव प्रभाव डाल सकती है और उनके आत्मविश्वास को कम कर सकती है. वहीं, बहुत ज्यादा नरमी उन्हें बाहरी दुनिया की कठोरता के लिए तैयार नहीं कर पाती.

'नेचुरल वैक्सीन' के फायदे
मां की डांट बच्चों को जीवन में धैर्य, सहनशीलता और समस्या सुलझाने की क्षमता सिखाती है. यह उन्हें आलोचना को पॉजिटिव रूप से लेना सिखाती है, जो आगे चलकर उनके करियर और रिश्तों में मददगार हो सकता है.

माताओं के लिए संदेश
श्री श्री रविशंकर के इस दृष्टिकोण से माताओं को एक महत्वपूर्ण संदेश मिलता है: बच्चों को प्यार और अनुशासन के बीच सही संतुलन के साथ गाइड करें. डांट सिर्फ सख्ती नहीं, बल्कि जीवन के पाठ सिखाने का एक माध्यम हो सकती है.

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