शरीर के इस हिस्से में होती है खुजली तो हो जाएं सावधान, हो सकती है ये गंभीर समस्या
Advertisement
trendingNow11016756

शरीर के इस हिस्से में होती है खुजली तो हो जाएं सावधान, हो सकती है ये गंभीर समस्या

कई बार आपने देखा होगा अचानक नाभि में खुजली होने लगती है, कई बार ये खुजली कई-कई दिन तक चलती है. आपने कभी सोचा है आखिर नाभि में खुजली क्यों होती है? चलिए जानते हैं क्या है इसके कारण.

प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्ली : नाभि में खुजली के होना आम नहीं है. कई बार नाभि में खुजली लगातार कई दिनों तक होती है. कुछ मामलों में खुजली के साथ-साथ नाभि के आसपास दाने भी हो जाते हैं, जो कि बाद में इंफेक्शन का रूप ले लेते हैं और कुछ मामलों में नाभि से पानी निकलने लगता है. क्या आप जानते हैं नाभि में खुजली कई गंभीर कारणों से भी हो सकती है. आज हम आपको बताएंगे आखिर वे कौन से कारण हैं जो नाभि में खुजली होने के लिए जिम्मेदार हैं.

  1. बैली बटन में होने वाली खुजली का कारण यीस्ट इंफेक्शन है
  2. नेवल पियर्सिंग से भी नाभि में खुजली हो सकती है
  3. एक्जिमा नाभि में खुजली और रेड रैशेज का कारण बनती है

ये भी पढ़ें :-  जल्दी मोटापा कम करना है तो इस तरह करें आजवाइन का सेवन, झटपट मिलेगा फायदा

खुजली वाली नाभि के कुछ विशिष्ट कारण हैं 

  • एक्जिमा - खुजली को atopic dermatitis की सूजन के रूप में भी जाना जाता है. ये एक्जिमा की एक ऐसी स्थिति है जो आपकी नाभि के आसपास की त्वचा में खुजली और रेड रैशेज का कारण बनती है. ऐसी स्थिति में आपको नाभि की सफाई करके उसे दिन में दो बार मॉइस्चराइज़ रखना चाहिए.
  • कॉन्टैक्ट ड्रामाटिज - जब आपकी त्वचा किसी ऐसे पदार्थ के संपर्क में आती है जो एलर्जी रिएक्शन या जलन पैदा करता है, तो रिएक्शन को कॉन्टैक्ट ड्रामाटिज कहा जाता है. कॉन्टैक्ट ड्रामाटिज में आमतौर पर बैली बटन यानि नाभि में खुजली होती है और लाल चकत्ते के रूप में दिखती है जो कभी-कभी फफोले का रूप ले लेती है. ऐसी स्थिति में ओवर-द-काउंटर एंटी-खुजली क्रीम का प्रयोग करें या एंटीहिस्टामाइन सेटीरिज़िन (ज़िरटेक), क्लोरफेनिरामाइन (क्लोर-ट्रिमेटन) और डिपेनहाइड्रामाइन (बेनाड्रिल) जैसी दवाएं लें.
  • यीस्ट इंफेक्शन - Candida एक प्रकार का यीस्ट है जो आमतौर पर आपके शरीर के नम, डार्क जगहों पर होता है. बैली बटन में होने वाली खुजली का कारण यीस्ट इंफेक्शन है. इसमें नाभि में व्हाइट पानी के साथ खुजली, लाल चकत्ते हो सकते हैं. इसके लिए माइक्रोनाज़ोल नाइट्रेट (मिकाटिन, मोनिस्टैट-डर्म) या क्लोट्रिमाज़ोल (लोट्रिमिन, माइसेलेक्स) जैसी ऐंटिफंगल क्रीम का उपयोग करें और अपनी नाभि को साफ और सूखा रखें.

ये भी पढ़ें :- दलदल में मक्खन डाल देने से वो नहीं होता खराब, क्या जानते हैं ये टेक्नीक

  • बैक्टीरियल इंफेक्शन - लिंट, पसीना और मृत त्वचा आपकी नाभि में जमा हो सकती है और बैक्टीरिया के विकास और इंफेक्शन का कारण बन सकती है. कभी-कभी आपके नाभि में इंफेक्शन के कारण ब्राउन या यैलो रंग का डिस्चार्ज हो सकता है. इसके लिए डॉक्टर आपको पेनिसिलिन या सेफलोस्पोरिन (केफ्लेक्स) जैसे एंटीबायोटिक्स दे सकता है.
  • इन कारणों के अलावा नेवल पियर्सिंग, मच्छर के काटने या बहुत अधिक गर्म चीजें खाने से भी नाभि में खुजली हो सकती है.

इसके लिए आप हल्दी पाउडर में पानी डालकर इसका पेस्ट सीधे खुजली वाली जगह पर लगाएं. पेस्ट के पूरी तरह सूख जाने के बाद इसे अच्छी तरह से साफ कर लें. नारियल के तेल में टी ट्री ऑयल लगाकर खुजली वाली जगह पर दिन में कई बार लगाएं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरूर लें. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Trending news