गोद में Laptop रखकर करते हैं काम, हो जाएं Alert; पड़ता है फर्टिलिटी पर असर!
Advertisement
trendingNow1974104

गोद में Laptop रखकर करते हैं काम, हो जाएं Alert; पड़ता है फर्टिलिटी पर असर!

आप किस माहौल में क्या काम करते हैं इसका सीधा असर आपके फर्टिलिटी रेट पर पड़ता है. जिस कारण कंसीव करने में कई बार बहुत ज्यादा समय लग जाता है. आज हम आपको कुछ ऐसी ही जॉब्‍स के बारे में बताएंगे जो फर्टिलिटी पर सबसे ज्‍यादा बुरा असर डालती हैं.

गोद में Laptop रखकर करते हैं काम, हो जाएं Alert; पड़ता है फर्टिलिटी पर असर!

नई दिल्ली: हर शादीशुदा कपल एक समय के बाद फैमिली आगे बढ़ाने की प्लानिंग करता है. हालांकि ये हर किसी के लिए इतना आसान नहीं होता. कभी-कभी कंसीव करने में बहुत ज्यादा समय लग जाता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, ऐसा अक्सर उन लोगों के साथ होता है जो कुछ खास तरह के एनवायरनमेंट में जॉब करते हैं, जिसका सीधा असर उनकी फर्टिलिटी रेट पर पड़ता है. आज हम आपको कुछ ऐसी ही जॉब्‍स के बारे में बताएंगे जो फर्टिलिटी पर सबसे ज्‍यादा बुरा असर डालती हैं.

  1. फर्टिलिटी रेट पर असर डाल सकती है आपकी जॉब प्रोफाइल
  2. ज्यादा गर्मी वाले माहौल में काम करने से बचें या ढीले कपड़े पहनें
  3. गोद में लैपटॉप रखकर चलाना भी हो सकता है काफी खतरनाक

ज्यादा गर्मी वाले माहौल में काम

एक रिसर्च में सामने आया है कि ठंडे तापमान में अंडकोष सबसे बेहतरीन स्‍पर्म बनाते हैं. जबकि गर्मी वाले माहौल में काम करने (जैसे कि बेकरी या स्टील फैक्ट्री में काम करना) पर अंडकोष का टेंपरेचर बढ़ सकता है जो कि स्‍पर्म के प्रोडक्शन को नुकसान पहुंचाने के लिए काफी है. इस माहौल में स्पर्म काफी कम बनते हैं और वे ज्यादा हेल्थी भी नहीं रहते. आसान शब्दों में कहें तो ज्यादा गर्मी में काम करने से आपकी स्पर्म क्वालिटी घटने लगती है.

ये भी पढ़ें:- पेट्रोल से चलने वाले स्कूटर को इलेक्ट्रिक में बदलवाएं, कम खर्च में होगा ज्यादा फायदा

गोद में रखकर लैपटॉप चलाना

एक्सपर्ट्स के अनुसार, लंबे समय तक गोद में लैपटॉप रखकर बैठने से अंडकोषों का टेंपरेचर बढ़ सकता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लैपटॉप हल्की बाइब्रेशन क्रिऐट करता है जिससे फर्टिलिटी प्राब्लम हो सकती है. इसलिए हमेशा लैपटॉप को टेबल पर रखकर चलाने की सलाह दी जाती है. इसी तरह लंबे समय तक कार चलाने वाले (टैक्‍सी ड्राइवर) को भी यही परेशानी हो सकती है. क्योंकि कार भी वाइब्रेशन क्रिऐट करती है. इसलिए बहुत लंबी ड्राइव करने से बचें या बीच-बीच में थोड़ा रेस्ट करते रहें.

खेतों में कीटनाशक का काम

खेती में कुछ ऐसे कीटनाशकों का इस्‍तेमाल होता है जिन्‍हें एस्‍ट्रोजन की तरह प्रभाव देने वाला माना जाता है. यानी ये सीधा आपकी फर्टिलिटी को प्रभावित करते हैं. हालांकि, यूरोप और यूएस में हुई अधिकतर रिसर्च में मॉडर्न कीटनाशकों का पुरुषों की फर्टिलिटी पर ज्‍यादा बुरा असर नहीं देखा गया है.

ये भी पढ़ें:- 'दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन' खरीदना चाहता हैं? इस दिन से शुरू होगी प्री-बुकिंग

​रेडिऐशन का फर्टिलिटी पर असर

रिपोर्ट्स के मुताबिक, रेडिऐशन का असर ह्यूमन फर्टिलिटी पर भी पड़ता है. हालांकि कुछ केसों में ये रेडिऐशन के टाइप पर भी निर्भर करता है. एक्‍स-रे और गामा रेज को स्‍पर्म काउंट को कम करने वाला पाया गया है. हा‍लांकि, अगर आप आइनाइजिंग रेडिऐशन में काम करते हैं तो आपको कम मात्रा की रेडिऐशन के संपर्क में आने के नियम का सख्‍ती से पालन करना चाहिए वरना आपकी बॉडी में स्‍पर्म का उत्‍पादन प्रभावित हो सकता है.

​क्‍या है बचाव का सटीक तरीका

अगर आप गर्मी वाले माहौल में काम करते हैं तो ढीले कपड़े पहनने की कोशिश करें. इससे अंडकोषों को कुछ हद तक ठंडा होने में मदद मिलती है. वहीं लंबे समय तक बैठे रहने वाली जॉब में बीच-बीच में ब्रेक लेते रहना चाहिए. एक छोटी वॉक से आपकी फर्टिलिटी पर कुछ खास असर नहीं पड़ता है. वहीं अगर आप किसी खतरनाक केमिकल या हैवी मैटल के पाउडर का इस्‍तेमाल करते हैं, तो घर आने के बाद जरूर नहाएं. इस तरह से आप काफी हद खुद को सुरक्षित रख पाएंगे.

LIVE TV

Trending news