डिजिटल समय में स्मार्टफोन के बिना किसी का काम नहीं चल पाता है. प्रोफेशनल काम से लेकर पढ़ाई व मनोरंजन के साधन के तौर पर भी इसी का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन अब स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाले हर व्यक्ति की जिंदगी पर स्मार्टफोन ने अपना कब्जा जमा लिया है.
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नई दिल्ली: आधुनिक समय में स्मार्टफोन (Smartphone) ने लगभग हर व्यक्ति की जिंदगी में अपनी अहम जगह बना ली है. आज के डिजिटल समय में स्मार्टफोन के बिना किसी का काम नहीं चल पाता है. प्रोफेशनल काम से लेकर पढ़ाई व मनोरंजन के साधन के तौर पर भी इसी का इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि, अपने दोस्तों-रिश्तेदारों से भी एक सीमा तक स्मार्टफोन के जरिए जुड़े रहना अच्छा है लेकिन अब स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने वाले हर व्यक्ति की जिंदगी पर स्मार्टफोन ने अपना कब्जा कर लिया है. हर दूसरे मिनट पर स्मार्टफोन यूज करने वाले का ध्यान इसी की ओर लगा रहता है. जरूरत से ज्यादा स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने से मानसिक-शारीरिक तौर पर नुकसान तो होता है, साथ ही समय की भी बर्बादी होती है. इसके अलावा अपने परिवार को दिया जाने वाला समय भी हम स्मार्टफोन को ही दे रहे हैं. इसी स्मार्टफोन की वजह से दोस्तों-रिश्तेदारों से मिलकर अपनी सुख-दुख की बातें शेयर करना तो मानो हम भूल ही गए हैं. इसके बाद भी लोग समझने को तैयार नहीं हैं कि स्मार्टफोन का इस्तेमाल तो करें, लेकिन सोच-समझकर, एक सीमा में रहकर. जानिए स्मार्टफोन से दूरी बनाने के कुछ उपाय.
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फोन फ्री टाइम सेट करें
ऑफिस से घर आने के बाद या फिर अपना काम पूरा कर लेने के बाद फोन को किनारे रख दें. दिन में कुछ घंटे ऐसे तय करें, जब आप फोन को बेहद जरूरी काम आ जाने तक हाथ भी नहीं लगाएंगे. ऐसा करने से आपको कुछ समय के लिए फोन से मुक्ति मिल जाएगी और आपकी सेहत के लिए भी यह अच्छा होगा.
हर जगह न बनाएं चार्जिंग स्पेस
घर में हर कमरे को, खासतौर पर बेडरूम को तो फोन का चार्जिंग रूम बिल्कुल न बनाएं. किचन में भी फोन को चार्ज न करें. फोन किसी ऐसी जगह पर चार्ज करना अच्छा होता है, जहां आपका बार-बार आना-जाना न हो. इससे आपको हर पल फोन पर निगाह डालने की आदत से मुक्ति मिलेगी. जब आपसे फोन थोड़ा दूर रहेगा तो आपको उसके बिना रहने की आदत पड़ने लगेगी.
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सोशल मीडिया से थोड़ा गैप बनाएं
सोशल मीडिया (Social Media) पर एक्टिव रहना प्रोफेशनली और पर्सनली, दोनों ही तरीके से आज के समय में जरूरी हो गया है. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप दिन के अधिक से अधिक घंटे सोशल मीडिया और ऐप्स (Apps) पर बिजी रह कर फोन के साथ ही बिता दें. जब प्रोफेशनली सोशल मीडिया से जुड़े रहना बहुत जरूरी न हो तो इसे भी थोड़ी देर के लिए बाय कहें. इस तरीके से थोड़ा-थोड़ा गैप सोशल मीडिया से बनाकर रखें और इसके लिए आप अपना मन पक्का कर लें कि इस समय आपको फोन से दूरी बनानी है.
नोटिफिकेशन ऑफ कर दें
हर पल बीप (Beep) की आवाज करते नोटिफिकेशंस (Notifications) आपके ध्यान को बार-बार फोन की ओर खींच लाते हैं. इसलिए अपना काम पूरा हो जाने के बाद बेहतर रहेगा कि आप नोटिफिकेशंस को बंद कर दें. नोटिफिकेशन बंद करने से आपको बहुत फायदा होगा. आपका ध्यान बार-बार फोन पर जाने से आसानी से बच जाएगा.
हर काम के लिए इंटरनेट की मदद न लें
पुराने समय में जब तक इंटरनेट नहीं था, तब तक किसी भी बात की जानकारी लोग आपस में पूछताछ करके या फिर किताबों आदि के माध्यम से लिया करते थे. कुछ समस्याएं ऐसी होती थीं, जिनका हल परिवार के सदस्य आपस में बातचीत करके निकाल लिया करते थे. हालांकि आज का समय ऐसा हो गया है कि अगर किसी को भी कोई परेशानी होती है या कोई शब्द या कुछ और जानकारी लेनी हो तो उसके लिए तुरंत अपने फोन को उठाकर इंटरनेट की मदद लेते हैं. प्रोफेशनल काम में तो यह ठीक है कि आप इंटरनेट की तुरंत मदद लेते हैं लेकिन जहां जरूरत न हो, वहां आप आपस में बातचीत करके या घर-परिवार में बातचीत करके जानकारी लें तो आपके लिए बेहतर होगा. इससे स्मार्टफोन से आपकी दूरी बनेगी और आप इस पर निर्भर होना कम कर देंगे.
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फैमिली टाइम फिक्स करें
आज-कल अपने परिवार को भरपूर समय देने की फुर्सत किसी के पास नहीं है. ऑफिस से आने के बाद या अपना काम पूरा कर लेने के बाद भी लोग अपने स्मार्टफोन पर बिजी रहना ज्यादा पसंद करते हैं. इससे परिवार में भी आपस में दूरियां बढ़ती चली जाती हैं. साथ ही स्मार्टफोन पर ज्यादा एक्टिव रहने वाले लोगों को इसके बहुत से नुकसान भी झेलने पड़ते हैं. इसी नुकसान में से एक है अपनी भावनाओं को सही ढंग से एक्सप्रेस न कर पाना.
फ्रेंड टाइम फिक्स करें
आज-कल सोशल मीडिया पर लोग अपने फ्रेंड्स के साथ बहुत बिजी रहते हैं. उनके साथ काफी चैट भी करते हैं लेकिन पर्सनली उनसे मिलकर अपने सुख-दुख को बांटना वे नहीं जानते. मिलने के बजाय वे वीडियो कॉल करना या व्हॉट्सएप (WhatsApp) पर बात करना ज्यादा प्रिफर करते हैं. लेकिन यह सोशल मीडिया आपके रिश्तों की उपयुक्त नींव नहीं हो सकता. दोस्तों से मिलने-जुलने के लिए भी समय निकालना जरूरी है. इससे आपका दिल और दिमाग, दोनों तरोताजा महसूस करेंगे.
घर में फोन रखने की जगह बदल दें
घर में फोन को अपने आस-पास रखने के बजाय किसी उचित दूरी पर रखें. फोन को उसकी फिक्स जगह पर न रखकर उसकी जगह बदलते रहें. जब उस जगह पर आपको फोन नहीं दिखाई देगा तो आपका मन इधर-उधर एक बार के लिए बंट जाएगा और आप फोन देखना भूल जाएंगे. फिक्स जगह पर फोन रखने से आपको यह नुकसान होता है कि आप बार-बार उसके पास जाते हैं और फोन उठाकर देखना शुरू कर देते हैं.
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कुछ टाइम इंटरनेट बंद करके रखें
जब आपको जरूरत न हो तो दिन में कुछ समय के लिए अपना इंटरनेट कनेक्शन ऑफ कर दें. इसे ऑफ करने से आपको बार-बार कोई नोटिफिकेशन नहीं मिलेगा और आपका ध्यान फोन पर जाने से बच जाएगा. इससे स्मार्टफोन से हमारी आंखों और दिमाग को होने वाली हानि से छुटकारा मिल जाता है.
फोन में अपडेट देखने का समय निश्चित करें
घर में भी आप अपने फोन को देखने का एक टाइम फिक्स कर लें. इससे आपको हर मिनट पर उठकर फोन के पास जाने की जरूरत नहीं होगी और आप अपने अन्य काम भी तसल्ली से कर पाएंगे. इससे आप अपनी फैमिली के साथ अच्छा टाइम स्पेंड कर सकेंगे. स्मार्टफोन पर बिजी रहना अभी आपको अच्छा जरूर लगता होगा लेकिन यह आपके दिलो-दिमाग की शांति को छीनने का काम करता है. अगर बहुत जरूरी न हो तो आप मन में यह प्रण लें कि सुबह उठने के थोड़ी देर बाद तक फोन को हाथ नहीं लगाएंगे. इसके अलावा सोने से कुछ घंटे पहले भी ऐसा समय निश्चित करें, जब आप फोन का इस्तेमाल नहीं करेंगे. आपकी नींद को कम करने, डिस्टर्ब करने या भगाने में स्मार्टफोन का बड़ा हाथ होता है. इसलिए सोने से घंटे-दो घंटे पहले अपने फोन को भी आराम करने दें और खुद भी आराम करें.
बच्चों के हाथ में न दें स्मार्टफोन
जैसा कि आपको पता ही है कि आज-कल कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) की वजह से बच्चे भी घर से ही पढ़ाई कर रहे हैं. ऑनलाइन क्लासेज (Online Classes) के चलते वे भी फोन आदि पर काफी बिजी रहते हैं. ऐसे में कोशिश करें कि बच्चा अपने काम के लिए तो फोन का इस्तेमाल करे लेकिन उसके बाद फोन को उसके पास से हटाकर रख दें. बच्चों के लिए तो फोन बहुत ही नुकसानदायक है.
आप भी ये टिप्स आजमाकर देखिए. अपने मन में निश्चय करके अगर आप इन टिप्स को अपनाएंगे तो आपको फायदा जरूर होगा.