लोकसभा चुनाव 2019 :असम की लखीमपुर सीट है BJP का गढ़, CM सर्वानंद सोनावाल रहे हैं सांसद
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लोकसभा चुनाव 2019 :असम की लखीमपुर सीट है BJP का गढ़, CM सर्वानंद सोनावाल रहे हैं सांसद

यह सीट 2014 के चुनाव के दौरान असम के सीएम सर्वानंद सोनोवाल ने जीता था. 2019 के चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार प्रदान बरुआ का मुकाबला कांग्रेस के नए नेता ओर प्रत्याशी अनिल बोढगोहाइ से है.

CM सोनोवाल के इस्तीफे के बाद 2016 में यहां उपचुनाव हुआ था. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: देश में 2019 का लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में हो रहा है. 2014 में देश के उत्तर-पूर्व में स्थित असम में मोदी लहर में राज्य के 14 में से 7 लोकसभा सीटें जीतने वाली बीजेपी की डगर इस बार के लोकसभा चुनाव के दौरान काफी मुश्किल दिख रही है.

इस चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार प्रदान बरुआ का मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार अनिल बोढगोहाइ से है.  माना जाता है कि जनजाति बाहुल्य क्षेत्र के एसटी समुदाय का मत जिस तरफ जाएगा, जीत उसी प्रत्याशी की होगी. यहां से 2014 के चुनाव के दौरान असम के सीएम सर्वानंद सोनोवाल ने जीत हासिल की थी.

लखीमपुर लोकसभा सीट का चुनावी इतिहास 
असम का लखीमपुर लोकसभा सीट (Lakhimpur Parliamentary Constituency) को बीजेपी का गढ़ माना जाता है. यहां से 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान असम के वर्तमान सीएम सर्वानंद सोनोवाल चुनाव जीतने में कामयाब हुए थे. इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी रानी रानाह को 2,92,138 मतों से मात दी थी. जहां, सोनोवाल को चुनाव में 612,543 मत प्राप्त हुए. वहीं, कांग्रेस की प्रत्याशी को 3,20,405 मत मिले. यहां 2016 में लोकसभा का उप-चुनाव हुआ था. जिसमें बीजेपी के प्रदीप बरुहा ने कांग्रेस उम्मीदवार हेमा हरी प्रसन्ना पेगू को 1,90,229 मतों से मात दी.

2019 के लोकसभा चुनाव यहां प्रथम चरण में खत्म हो गया है. बीजेपी ने यहां से अपने निर्वतमान सांसद और प्रधान बरुआ को चुनाव में उतारा है. वहीं, कांग्रेस उम्मीदवार अनिल बोरगोहेन उन्हे मात देने का प्रयास कर रहे हैं.

देश के उत्तर-पूर्व (North-east) में स्थित राज्य असम में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार है. यहां से लोकसभा चुनाव 2014 (loksabha election 2014) के दौरान राज्य की 14 संसदीय सीटों में से बीजेपी ने 7 सीटों पर जीत दर्ज की थी. इसके अलावा कांग्रेस (Congress) के खाते में 3 जबकि आल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट(Aiudf) ने 4 सीटें जीती थी. 

वहीं, 2009 के लोकसभा चुनाव के दौरान यहां से कांग्रेस ने 7, बीजेपी ने 4 जबकि अन्य ने 9 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी. जिसमें, 1 सीट असम गण परिषद (AGP) और 1 सीट बोडोलैंड पीपल्स फ्रंट (BDF) ने जीता था. 

आपको बता दें कि, 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी लहर के प्रभाव के कारण असम के लोगों ने बीजेपी नीत गठबंधन को 7 सीटें दी थी. यहां लोकसभा चुनाव के दौरान नेशनल वोर्टस रजिस्टर, नागरिकता के कानून में बदलाव (amedment in citizenship bill) के अलावा असम अकार्ड (Assam Accord) को लागू करना एक बड़ा मुद्दा है.

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