2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के कुंवर भारतेंद्र ने सपा के शाहनवाज राणा को चुनावी रण में हराया और यहां से सांसद चुने गए थे.
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बिजनौर: बिजनौर भारत के उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर है. बिजनौर उत्तर प्रदेश लोकसभा का चौथा निर्वाचन क्षेत्र है, जिसे किसानों की धरती कहा जाता है. बिजनौर का संसदीय क्षेत्र 1952 में अस्तित्व में आया था, जिसमें वर्तमान में पांच विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. इसमें से एक एससी वर्ग के लिए आरक्षित है.
साहित्यिक क्षेत्र है बिजनौर
साहित्य के क्षेत्र में जनपद ने कई महत्वपूर्ण मानदंड स्थापित किए हैं. कालिदास का जन्म भले ही कहीं और हुआ हो, किंतु उन्होंने इस जनपद में बहने वाली मालिनी नदी को अपने प्रसिद्ध नाटक 'अभिज्ञान शाकुन्तलम्' का आधार बनाया. उर्दू साहित्य में भी जनपद बिजनौर का गौरवशाली स्थान रहा है. कायम चांदपुरी को मिर्जा गालिब ने भी उस्ताद शायरों में शामिल किया है. नूर बिजनौरी जैसे विश्वप्रसिद्ध शायर इसी मिट्टी से पैदा हुए हैं. बिजनौर का संबंध महाभारत से भी रहा है. अकबर के शासन काल में बिजनौर मुगल साम्राज्य का हिस्सा था.
क्या है राजनीतिक इतिहास
साल 1952 में पहली बार हुए लोकसभा चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के स्वामी रामानंद शास्त्री बिजनौर से पहले सांसद चुने गए थे. इसके बाद कांग्रेस ने इस सीट से पांच बार लगातार जीत हासिल की. 1977 में जनता पार्टी के सांसद की यहां से चुनाव जीता. 1980 में भारतीय पार्टी की स्थापना के बाद मंगल राम प्रेमी यहां से सांसद बने. 1989 में बहुजन पार्टी की तरफ से मायावती से यहां से चुनाव लड़ा और सांसद चुनी गईं. 1988 में समाजवादी पार्टी की ओमवती देवी यहां से सांसद चुनी गईं. 1999 में बीजेपी ने सपा को इस सीट पर मात दी और शीश राम सिंह देवी सांसद चुनी गई. 2004 से 2009 तक यहां राष्ट्रीय लोक दल के सांसदों का सीट पर कब्जा रहा. 2004 में राष्ट्रीय लोक दल नेता मुंशीराम और 2009 में चौहान संजय सिंह यहां के सांसद रहे. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के कुंवर भारतेंद्र ने सपा के शाहनवाज राणा को चुनावी रण में हराया और यहां से सांसद चुने गए.
2014 का चुनावी समीकरण
उत्तर प्रदेश की बिजनौर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद भाजपा के कुंवर भारतेन्दु सिंह हैं. भारतेन्दु सिंह ने समाजवादी पार्टी के शाहनवाज को साल 2014 के लोकसभा चुनाव में 2 लाख से अधिक वोटों से हराया था. 2014 में सपा यहां दूसरे, बसपा तीसरे नंबर और रालोद चौथे नंबर पर रही थी. 2014 लोकसभा चुनाव में करीब 18 साल बाद इस सीट पर बीजेपी की वापसी हुई. बीजेपी ने सपा को 19 प्रतिशत वोटों के अंतर से हराया था. बिजनौर में 51 प्रतिशत आबादी हिंदू और 41 प्रतिशत आबादी मुस्लिम है. 2014 के चुनाव में 15,62,081 लोगों ने मतदान किया. मतदान में 54 प्रतिशत पुरुष और 45 प्रतिशत महिलाओं ने भागेदारी की थी.
मायावती ने पहली बार बिजनौर से लड़ा था चुनाव
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपनी राजनीति की शुरूआत बिजनौर जिले से की थी. मायावती ने 1985 में तब बिजनौर की सुरक्षित सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था. इस चुनाव मैदान में पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार कांग्रेस से और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान लोकदल से चुनाव लड़ा था. मीरा कुमार यह चुनाव जीत गई थीं. मीरा कुमार को 128,086 राम विलास पासवान को 122,747 और मायावती को 61 ,504 वोट मिले थे. मायावती अपने जीवन का पहला चुनाव लड़ी थी. 1989 में हुए लोकसभा चुनाव में मायावती फिर से बिजनौर लोकसभा से चुनाव लड़ी और पहली बार सांसद बनी.