इस दिवाली कंपनियां विज्ञापन देने में करेगी कंजूसी
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इस दिवाली कंपनियां विज्ञापन देने में करेगी कंजूसी

इस बार दिवाली के अवसर पर नई कारों, टीवी, फ्रिज और विभिन्न प्रकार के उपभोक्ता सामानों की बिक्री के लिये समाचार पत्रों, टेलीविजन चैनलों और दूसरे माध्यमों में दिये जाने वाले विज्ञापन खर्च में कमी आ सकती है।

नई दिल्ली : इस बार दिवाली के अवसर पर नई कारों, टीवी, फ्रिज और विभिन्न प्रकार के उपभोक्ता सामानों की बिक्री के लिये समाचार पत्रों, टेलीविजन चैनलों और दूसरे माध्यमों में दिये जाने वाले विज्ञापन खर्च में कमी आ सकती है। एक सर्वेक्षण में यह निष्कर्ष सामने आया है।
आर्थिक गतिविधियों के मोर्चे पर छाई सुस्ती से मार्जिन पर बढ़ते दबाव के चलते भारतीय उद्योग जगत इस बार दिवाली पर विज्ञापन पर ज्यादा खर्च नहीं करेगा और उसका खर्च पिछले साल के मुकाबले आधा रह सकता है। वाणिज्य एवं उद्योग मंडल एसोचैम के एक सर्वेक्षण में यह खुलासा हुआ है।
एसोचैम महासचिव डी.एस. रावत ने कहा, ‘रुपये की विनिमय दर में भारी गिरावट के चलते इस बार दिवाली के त्यौहारी मौसम में अक्तूबर से लेकर दिसंबर के दौरान समाचार पत्रों, टेलीविजन और रेडियो पर दिये जाने वाले कुल विज्ञापन का बजट 50 प्रतिशत तक घट सकता है।’ सर्वेक्षण में कहा गया है कि आटोमोबाइल, टिकाऊ उपभोक्ता सामान बनाने वाली कंपनियों भी इस बार दिवाली पर अपने विज्ञापन खर्च को 65 प्रतिशत तक कम कर सकती है।
आर्थिक मंदी का असर जिन क्षेत्रों पर सबसे ज्यादा देखने को मिला है उनमें उपभोक्ता सामान बनाने वाली कंपनियां, रत्न एवं आभूषण, त्वरित खपत वाले उत्पाद, इलेक्ट्रानिक सामान, आटोमोबाइल और रीएल एस्टेट क्षेत्र शामिल है। सर्वेक्षण के अनुसार इस दिवाली पर ये कंपनियां अपने बजट में काफी सख्ती बरतेंगी और विज्ञापन तथा कारोबार संवर्धन पर कम खर्च करेंगी।
रावत ने कहा, ‘ये सभी क्षेत्र मौजूदा मंदी से प्रभावित हुये हैं और इस दौरान इनके मार्जिन और मुनाफे पर काफी असर पड़ा है। कंपनियों के मुनाफे भी सिकुड़ गए हैं। (एजेंसी)

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