कोलकाताः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर पं. बंगाल पहुंचे हुए हैं. यहां वह ऐतिहासिक बेलूर मठ में ठहरे हुए हैं. हावड़ा स्थित रामकृष्ण मिशन के मुख्यालय बेलूर मठ में रात गुजारने वाले मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं. वह सुबह सूर्योदय के समय ध्यानकक्ष में मठ के स्वामियों के साथ ध्यान करेंगे. पीएम मोदी इससे पहले मई 2019 में केदार की गुफा में ध्यान लगाते हुए रात गुजार चुके हैं.
Prime Minister Narendra Modi tweets, "After the programmes in Kolkata, on the way to Belur Math by boat. Have a look at the beautiful Rabindra Setu." pic.twitter.com/m8asQIJSm5
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संतों से की मुलाकात
बेलूर मठ के अधिकारियों ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और कई दूसरे प्रधानमंत्री भी कई बार मठ आ चुके हैं लेकिन कोई भी रात में यहां नहीं ठहरा था. उन्होंने बताया कि इससे पहले जारी यात्रा कार्यक्रम के अनुसार मोदी शनिवार रात को राज भवन में रुकने वाले थे, लेकिन इसमें बदलाव किया गया.
West Bengal: Prime Minister Narendra Modi meets saints and seers at Belur Math. pic.twitter.com/XQMqEjNhFB
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पीएम शनिवार शाम हावड़ा ब्रिज पर लाइट ऐंड साउंड शो के बाद नाव से बेलूर मठ पहुंचे और उन्होंने यहां संतों से मुलाकात की. पीएम को मठ परिसर के अंदर अंतरराष्ट्रीय अतिथि गृह में ठहराया गया.
मिलने पहुंची थीं ममता
इसके पहले जब प्रधानमंत्री मोदी कलकत्ता एयरपोर्ट से राजभवन पहुंचे तो राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाक़ात की. यहां ख्यमंत्री ममता बनर्जी पहुँच गईं और उन्होंने मोदी से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह सीएए, एनपीआर और एनआरसी का विरोध करती हैं और वे अपना विरोध जारी रखेंगी. इसके बाद पीएम ने ममता से कहा कि मैं यहाँ दूसरे कार्यक्रमों हेतु आया हुआ हूँ. सीएए पर बात करने के लिए आप दिल्ली आइये.
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee participates in protest against CAA and NRC in Kolkata
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मोदी से मुलाकात के तुरंत बाद ममता बनर्जी तृणमूल कांग्रेस के छात्र संगठन की ओर से सीएए के खिलाफ आयोजित धरने में हिस्सा लेने के लिए जा पहुंची. हालांकि कल वे सार्वजनिक तौर पर प्रधानमंत्री के साथ एक कार्यक्रम के दौरान एक ही मंच साझा करने वाली है.
हीरे का भारत और उसके अंदर पीएम मोदी
आज के कार्यक्रम
अधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री का यहां रात में ठहरने का फैसला इस तथ्य को ध्यान में रखकर लिया गया हो सकता है कि रामकृष्ण मिशन के संस्थापक स्वामी विवेकानंद की जयंती रविवार को पड़ रही है. अधिकारियों ने कहा कि रविवार को मठ में एक प्रार्थना सभा भी आयोजित की जा रही है और प्रधानमंत्री इसमें शामिल हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि मठ में अपने दौरे के दौरान प्रधानमंत्री का श्री रामकृष्ण, श्री शारदा देवी और स्वामी विवेकानंद के प्रति सम्मान व्यक्त करने के बाद अध्यक्ष स्मरणानंद से मुलाकात का कार्यक्रम है.
अधिकारियों ने कहा कि पीएम को रात में भोग दिया जाएगा. वहां कोई विशेष व्यवस्था नहीं होगी. भोग और प्रसाद वही होगा जो दूसरे भक्तों को दिया जाता है.