नई दिल्लीः लॉकडाउन लागू हुए चार दिन हो चुके हैं और इसी के साथ अलग-अलग तरह की समस्याएं भी सिर उठाने लगी हैं. कोरोना का कोई इलाज नहीं है और संक्रमण से बचने के लिए अभी सबसे अच्छा यही एक तरीका है कि जो जहां है वहीं रहे.
ऐसे में मध्यम वर्गीय तो इसे फॉलो कर रहा है, लेकिन गरीब कामगार के सामने रोजी-रोटी का संकट होने से वह पैदल ही अपने गांवों की ओर निकल पड़ा है. जानकारी के मुताबिक कई लोग पलायन के लिए मजबूर हैं.
केंद्र सरकार ने दिए निर्देश
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच लॉकडाउन में मजदूरों का पलायन जारी है. हजारों मजदूर भूखे-प्यासे गांव जा रहे हैं. इसी बीच, केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को निर्देश दिया है कि वे बेघरों और प्रवासी मजदूरों को भोजन, कपड़े और दवा का इंतजाम करें.
प्रधानमंत्री @narendramodi जी के मार्गदर्शन में आज सभी राज्यों को COVID-19 के मद्देनजर SDRF के फंड आवंटन का उपयोग करते हुए सभी बेघर, प्रवासी मज़दूरों और लॉकडाउन के कारण राहत शिविरों में रुके लोगों को अस्थायी आवास, भोजन, कपड़े, चिकित्सा देखभाल आदि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
— Amit Shah (@AmitShah) March 28, 2020
गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने शनिवार दोपहर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी.
24 घंटे में 149 मामले आए सामने
उन्होंने बताया कि सभी राज्य आपदा फंड का इस्तेमाल कर मजदूरों को सुविधाएं देने के लिए करें. प्रवासी मजदूरों की समस्या पर राज्य, केंद्र सरकार के नोडल अधिकारियों के संपर्क में है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 149 नए केस सामने आए हैं.
दो लोगों की मौत कोरोना के संक्रमण से हुई है. एम्स के सहयोग से पूरे देश के डॉक्टरों को कोरोना संक्रमण के मरीजों के उपचार के संबंध में प्रशिक्षित किया गया है.
एम्स में खोला राष्ट्रीय कंसल्टिंग सेंटर
इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि सरकार का लक्ष्य कोरोना को फैलने से रोकना है. एम्स में राष्ट्रीय कंसल्टिंग सेंटर खोला गया. गंभीर बीमारी वाले मरीज को CGHS में एक साथ तीन महीने की दवा मिलेगी.
इस मौके पर आईसीएमआर के डॉ. रमन गंगाखेड़कर ने बताया, कोरोना वायरस को लेकर अभी कोई वैक्सीन नहीं बनी है, जिसका इंसानों पर परीक्षण हो सके. 400 लोग प्राइवेट लैब में अब तक कोरोना से पॉजिटिव पाए गए हैं.
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योगी ने की 1000 बसों की व्यवस्था
दिल्ली के आनंद विहार में बड़ी संख्या में मजदूरों की भीड़ है. ये सभी मजदूर जल्द से जल्द घर लौटना चाहते हैं. इनकी वापसी सुनिश्चित करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने 1000 बसों का इंतजाम किया है. ये मजदूर यूपी के एटा, इटावा, बुलंद शहर, बदायूं की ओर जाने वाले हैं.
Arrangement of 1000 buses have been done to take the migrant workers to their respective hometowns amid #CoronavirusLockdown. Transportation Officers, bus drivers and conductors were called by the CM last night to make all the arrangements: Government of Uttar Pradesh pic.twitter.com/Vr2Dnkw6ID
— ANI UP (@ANINewsUP) March 28, 2020
सीएम योगी ने कहा कि मजदूरों को न सिर्फ सकुशल घर वापस भेजा जाएगा, बल्कि उनके खाने-पीने का इंतजाम किया जाएगा. आज लॉकडाउन का चौथा दिन है. शुक्रवार से ही दिल्ली से देश के अलग-अलग राज्यों में जाने वाली सड़कों पर मजदूरों की लंबी कतार लगी हुई है.
ये मजदूर यहां से किसी भी हालत में निकलना चाहते हैं. इस वजह से संक्रमण का खतरा एक बार फिर से बढ़ता नजर आ रहा है.
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