नई दिल्ली: अमेरिका का सबसे बड़ा चर्च अब कोरोना मरीजों को शरण देगा. जहां प्रार्थनाओं की आवाज़ गूंजती थी, वहां मरीजों के बेड लगाए जा रहे हैं.
यूएस का सबसे बड़ा चर्च बना अस्पताल
अमेरिका कोरोना में वायरस संक्रमण बड़ी त्रासदी में बदलता जा रहा है. जिसकी वजह से यहां दुनिया के सबसे बड़े चर्चों में से एक और अमेरिका का सबसे बड़ा चर्च कैथेडरल ऑफ सैंट जॉन आज एक अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है.
जिस गलियारे में प्रार्थना के बेंच लगे होते थे और जहां लोग अपनी दुआएं मांगने के लिए प्रार्थना करते थे. अब वहां मरीजों के बेड लगा दिए गए हैं और सैंकड़ों लोग कोरोना से अपनी जंग जीसस के इसी चर्च में लड़ेंगे.
न्यूयॉर्क में सबसे ज्यादा कोरोना मरीज
न्यूयॉर्क दुनिया भर में कोरोना का सबसे बड़ा सेंटर बना हुआ है जहां करीब 1 लाख 50 हज़ार से मामले सामने हैं. ऐसे में अस्पताल भरे हुए हैं. नए मरीजों को रखने की जगह नहीं है. यही वजह है कि अमेरिका के इस ऐतिहासिक चर्च को एक अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है.
600 फीट लंबी चर्च की प्रार्थना सभा में 400 बेड लगाए जा रहे हैं. चर्च के फ्लोर को ढक दिया गया है औऱ 24 घंटे इस चर्च को अस्पताल में बदलने का काम चल रहा है
न्यूयॉर्क के इस चर्च में हज़ारों लोग रोजाना प्रार्थना करने आया करते थे.. लेकिन अब मुसीबत की इस घड़ी में ये जगह लोगों के लिए सहारा बनती जा रही है.
पूरे अमेरिका में कोरोना की वजह से बुरा हाल
अमेरिका में कोरोना को लेकर जो हालात पैदा हो गए हैं जो आज से पहले कभी नहीं देखे गए. न्यूयॉर्क में तो लोगों की डेड बॉडीज़ को रखने के लिए REFRIGERATED ट्रक्स का इस्तेमाल किया जा रहा है क्योंकि मुर्दाघर भी फुल हो चुके हैं.
अमेरिका में कोरोना को लेकर सबसे घातक कहे जा रहे इस हफ्ते में पिछले 24 घंटों में 2000 के करीब लोगों की जान गई और कुल कोरोना के मामले 4 लाख 30 हज़ार से ज्यादा हो चुके हैं.. अमेरिका में कोरोना से करीब 14 हज़ार लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. न्यूयॉर्क में भी पिछले 24 घंटों में 779 लोगों की जान गई है. ट्रंप पहले ही ये चेतावनी दे चुके हैं कि ये दो हफ्ते अमेरिका के लिए काफी मुश्किल साबित हो सकते हैं..
अमेरिका जैसे विकसित देश में संसाधनों की कमी
दुनिया का सबसे विकसित देश आज एक अदृश्य वायरस के खिलाफ ऐसी लड़ाई लड़ रहा है जहां हर तरफ उसे संसाधन कम नज़र आ रहे है. ना अस्पताल पूरे हैं. ना हॉस्पिटल स्टाफ, ना ही मुर्दाघरों में जगह बची है. यकीनन अमेरिका के लिए ये नुकसान एक युद्ध के नुकसान के ही समान है.