नई दिल्ली: 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान करते वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि कोरोना महामारी से बचने के लिए लक्ष्मण रेखा में आपका रहना जरूरी है. लेकिन लॉकडाउन के बाद भी संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और अब हालात ये हैं कि भारत पर सामुदायिक संक्रमण का बड़ा खतरा मंडरा रहा है. सामुदायिक संक्रमण यानी तीसरा चरण, जो सबसे खतरनाक है.
देश में सामुदायिक संक्रमण का खतरा?
तीसरा चरण कितना खौफनाक होता है. इसका मंजर पूरी दुनिया ने इटली और स्पेन जैसे देशों में देख लिया है. तो क्या भारत में भी ऐसी भयावह स्थिति होने वाली है. ये एक सवाल है और इस सवाल की वजह है ICMR की रिपोर्ट है.
क्या कहती है ICMR की रिपोर्ट?
ICMR के मुताबिक हाल ही में ऐसे 5 हज़ार 911 लोगों की जांच की गई और इनमें से 102 लोगों में Corona Virus की पुष्टि हुई. ये 102 लोग, देश के 15 राज्यों के 36 ज़िलों से हैं. इनमें से ज्यादातर लोग महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और हरियाणा से हैं. लेकिन इनमें से करीब 40 लोग ऐसे थे. जो ना तो किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए थे और ना ही इन लोगों ने कोई विदेश यात्रा की थी.
यानी एक इनमें से एक तिहाई से ज्यादा लोग ऐसे हैं जो शायद Community Transmition यानी सामुदायिक संक्रमण का शिकार हुए हैं. हालांकि, स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि भारत सामुदायिक संक्रमण के चरण में अभी नहीं पहुंचा है.
इसे भी पढ़ें: कोरोना ने बदल दिया दुनिया का इतिहास! 10 खौफनाक मंजर
हर कोई यही चाहता है कि देश, कोरोना के सामुदायिक संक्रमण से बचा रहे. तीसरे चरण से पहले ही भारत कोरोना के खिलाफ जंग जीत ले. लेकिन, सच तो यही है कि ICMR की रिपोर्ट के बाद देश में महामारी के संकेत डराने वाले हैं.
इसे भी पढ़ें: दिल्ली के चांदनी महल में 52 लोग कोरोना पॉजिटिव! अबतक कुल 30 इलाके सील
इसे भी पढ़ें: कुछ लोग मजहब के नाम पर उड़ा रहे लॉकडाउन की धज्जियां