दिसपुरः पांच अगस्त को जब राम मंदिर का शिलान्यास और भूमिपूजन किया गया. इसी दौरान से देश में कहीं न कहीं माहौल बिगाड़ने की साजिश की कोशिश हो रही थी. बचते-बचाते आखिर जहर फूट ही पड़ा. इस दंश का शिकार असम हुआ है, जहां के शोणितपुर इलाके में राम मंदिर भूमि पूजन के जश्न को लेकर विरोध किया गया और फिर इसकी आड़ में हिंसा की गई.
शिलान्यास के जश्न में खलल की कोशिश
इस झड़प में दो पक्ष आमने-सामने आ गए और भारी बवाल हुआ. पूरे बवाल के केंद्र में राम मंदिर के शिलान्यास का जश्न रहा. बुधवार को अयोध्या में जब भूमिपूजन हो रहा था तो विपक्षी और विरोधी दल इसका विरोध कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर पूरे देश में जश्न और दिवाली जैसा माहौल था. शोणितपुर में यह जश्न नागवार गुजरा और इसकी जगह संघर्ष ने ले ली.
Section 144 imposed in areas that fall under limits of Thelamara and Dhekiajuli police stations with effect from 10.00 pm today until further order, in the interest of maintenance of public order and peace: Sonitpur District Magistrate #Assam pic.twitter.com/n9oUMvhTKe
— ANI (@ANI) August 5, 2020
लगाना पड़ा कर्फ्यू
जानकारी के मुताबिक, शोणितपुर के जिला मजिस्ट्रेट ने असम के थेलामारा और ढेकियाजुली पुलिस थानों के तहत आने वाले क्षेत्रों में बुधवार से अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगाया गया है. बताया गया कि यहां विरोध के बहाने हिंसा करने के प्रयास में कुछ समूहों में झड़प हुई, जिस कारण कानून और व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है.
बाइक रैली के दौरान हुई घटना
सामने आया है कि असम में आयोजन की खुशी में बाइक रैली निकाली गई थी. इस दौरान दो गुट आपस में भिड़ गए. घटना शोणितपुर जिले में तेलियागांव इलाके हुई. जानकारी के मुताबिक, इस घटना में 14 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जबकि कई वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया.
जिलाधिकारी ने बताया कि कुछ समूह विरोध के नाम पर हिंसा करने का प्रयास कर रहे थे. जिसके बाद विवाद बढ़ गया.
इलाकों में अभी भी कर्फ्यू लगाया गया है, इसके साथ ही अभी भी लोगों में मामले को लेकर तनाव बना हुआ है.
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