नहीं था कोई भाई तो मां को कंधा देने के लिए आगे आईं दो सगी बहनें, देखता रहा पूरा गांव
Advertisement

नहीं था कोई भाई तो मां को कंधा देने के लिए आगे आईं दो सगी बहनें, देखता रहा पूरा गांव

Trending: बिहार के पंचरुखा में बेहद ही भावुक पल देखने को मिला है. ट्रैक्टर पलटने की वजह से एक महिला की मौत हो गई, जिसके बाद उनकी बेटियों ने अपनी मां की अर्थी को कंधा दिया. आस-पास के लोगों ने जैसे ही यह देखा तो वह भी भावुक हो गए.

 

फोटो क्रेडिट- दैनिक भास्कर

Viral News: बिहार के पंचरुखा में बेहद ही भावुक पल देखने को मिला है. ट्रैक्टर पलटने की वजह से एक महिला की मौत हो गई, जिसके बाद उनकी बेटियों ने अपनी मां की अर्थी को कंधा दिया. आस-पास के लोगों ने जैसे ही यह देखा तो वह भी भावुक हो गए. यह मामला बीते शनिवार का है. पूरे इलाके में अभी भी चर्चा का विषय बना हुआ है. हालांकि, मुखाग्नि भतीजे द्वारा दिया गया. दैनिक भास्कर में छपी खबर के मुताबिक, निर्मला देवी की मौत पंचरुखा में शुक्रवार को एक एक्सीडेंट में हुई, जब ट्रैक्टर पलट गई. मां की मौत के बाद दो सगी बहनों ने आगे बढ़कर अपनी मां के अर्थी को कंधा दिया, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है.

यह भी पढ़ें: 'दिल्ली वाले जहां भी जाते हैं उत्पात मचाते हैं'- गोवा बीच पर की रैश ड्राइविंग, पुलिस ने ठोका केस

मां की हुई मौत तो बेटियों ने दिया कंधा

बताया जा रहा है कि शुक्रवार को ईंट से लदा हुआ एक ट्रैक्टर जा रहा था. ट्रैक्टर के पलटने से निर्मला घायल हो गईं और फिर उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया. प्राइवेट हॉस्पिटल में डॉक्टरों द्वारा इलाज कराया जा रहा था. इसी दौरान शनिवार को उनकी मौत हो गई. बताया गया है कि मृतका का कोई भी बेटा नहीं है, और उनकी चार बेटियां ही हैं. मृतका के पति की मौत 15 साल पहले हो गई थी. बेटी अंजली कुमारी और सूजा कुमारी ने इस घटना के बारे में विस्तृत में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि उनका कोई भी भाई नहीं है. यही वजह है कि कंधा तो हमने दे दिया, लेकिन मुखाग्नि चाचा के लड़के ने दी. 

यह भी पढ़ें: ऐसा भी होता है क्या? हार्निया का ऑपरेशन के बजाय डॉक्टरों ने कर दी नसबंदी, मरीज के उड़े होश

अर्थी को कंधा देने के लिए आगे आईं दो बहनें

इस घटना के बारे में जिसने भी सुना वह इमोशनल हो गया. घटना के बारे में जैसे ही गांव के लोगों को पता चली तो लोग उन्हें देखने के लिए आ पहुंचे. अर्थी को कंधे पर लेकर चलती हुई बेटियों की तस्वीर सामने आई. उन्हें देखकर लोग काफी इमोशनल हो गए. बेटियों का कहना है कि यदि हमारा भाई होता तो मां को कंधा देता और कर्म भी लेता. लेकिन हमारा कोई भाई नहीं है तो हमारे चचेरे भाई ने मुखाग्नि की और कर्म किया.

Trending news