Trending Photos
Khan Sir Unknown Story: दिल्ली में एक आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बाढ़ के कारण तीन यूपीएससी एस्पिरेंट्स की मृत्यु के बाद कई पॉपुलर टीचर फिर से सुर्खियों में आए. इनमें से एक टीचर खान सर हैं जो अपनी अनूठी शिक्षण शैली के लिए जाने जाते हैं. वह पटना में एक कोचिंग संस्थान, खान जीएस रिसर्च सेंटर चलाते हैं. उन्होंने 2019 में यूट्यूब में कदम रखा और कोविड लॉकडाउन के दौरान उनके वीडियो वायरल होने के बाद पॉपुलर हो गए. वह छात्रों को सरकारी नौकरियों और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराते हैं। खान सर ने छात्रों के बीच एक विशेष स्थान बनाया है.
यह भी पढ़ें: हल्के में मत लेना रे बाबा... सड़क पर शराब पीने वाले नशेड़ियों को महिलाओं ने कर दी ऐसी हालत
कहां जन्मे खान सर?
खान सर का जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक सैनिक परिवार में हुआ था. रिपोर्ट्स के मुताबिक उनका असली नाम फैजल खान है. खान सर के पिता भारतीय सेना में थे और उनके बड़े भाई भी सेना में शामिल हो गए थे. खान सर भी सेना में शामिल होना चाहते थे, लेकिन उनका हाथ सीधा नहीं होने के कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया.
कैसी रही खान सर की पढ़ाई?
अपने शुरुआती वर्षों में, खान सर के पास एक बढ़िया क्वालिटी वाली पेंसिल खरीदने के लिए पैसे नहीं हुआ करते थे, जिसके कारण उनकी एकैडमिक पढ़ाई औसत रही. उन्होंने इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा, एनडीए और भारतीय सेना के प्रवेश परीक्षा जैसी कई प्रतियोगी परीक्षाओं में भी भाग लिया, लेकिन हर बार असफल रहे. हालांकि, उन्होंने कभी हार नहीं मानी और इन शुरुआती कठिनाइयों को पार करते हुए, अंततः भूगोल में एमए और विज्ञान में मास्टर डिग्री हासिल की.
अब कितना कमाते हैं खान सर?
खान सर ने एक बार कहा था कि वह अपने संघर्ष के दिनों में देवरिया में अपने घर वापस जाने के बारे में सोचा था, लेकिन उनके पास केवल 40-50 रुपये थे. जबकि टिकट 90 रुपये का था. रिपोर्ट्स के मुताबिक खान सर अब हर महीने लगभग 20 लाख रुपये कमाते हैं.
यह भी पढ़ें: स्टूडेंट खेत में ढूंढ रहा था चांदी, फिर मिली ऐसी चीज कि करोड़ों रुपये देने पर कम लगेंगे पैसे
107 करोड़ का ठुकरा चुके हैं ऑफर
उनके पास कथित तौर पर लगभग 5 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति है. प्रसिद्ध लेखक चेतन भगत के साथ एक बातचीत में, खान सर ने एक बार खुलासा किया था कि एक बड़ी कंपनी ने उन्हें 107 करोड़ रुपये की पेशकश की थी और उन्हें बच्चों को पढ़ाने के लिए कहा था. हालांकि, गरीब बच्चों को पढ़ाने के अपने लक्ष्य के कारण, उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था. आज, उनके खान जीएस रिसर्च सेंटर के यूट्यूब पर 23.3 मिलियन सब्सक्राइबर हैं.