गर्लफ्रेंड बोली- डेढ़ करोड़ लो..पति को तलाक दो, पत्नी पैसे लेकर मुकर गई; फिर कोर्ट ने क्या कहा?
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गर्लफ्रेंड बोली- डेढ़ करोड़ लो..पति को तलाक दो, पत्नी पैसे लेकर मुकर गई; फिर कोर्ट ने क्या कहा?

Divorce Case: जब यह मामला कोर्ट पहुंचा तो याचिका खारिज हो गई. कोर्ट ने कहा कि यह पैसा समाज के नैतिक और कानूनी मूल्यों का उल्लंघन करता है. यह एक वैध शादी को खत्म करने के लिए दिया गया था.

गर्लफ्रेंड बोली- डेढ़ करोड़ लो..पति को तलाक दो, पत्नी पैसे लेकर मुकर गई; फिर कोर्ट ने क्या कहा?

Husband Wife And Girlfriend: शादी और तलाक के कई चौंकाने वाले मामले सामने आ जाते हैं. कई बार गलती किसकी रहती है इसे भी खोजना मुश्किल ही रहता है. इसी बीच चीन में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक महिला ने अपने पति की पत्नी को तलाक के लिए 1.2 मिलियन युआन लगभग 1.65 लाख अमेरिकी डॉलर, अगर रुपये में बात करें तो डेढ़ करोड़ दिए. लेकिन पत्नी ने तलाक नहीं लिया, और जब महिला ने पैसे वापस मांगे, तो अदालत ने उसकी याचिका खारिज कर दी.

तलाक के बदले मिली रकम
असल में साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रपोर्ट के मुताबिक हुआ यह कि फुजियान प्रांत के शिशी शहर में रहने वाले हान नामक व्यक्ति ने 2013 में अपनी पत्नी यांग से शादी की थी. उनके दो बेटियां भी हैं. लेकिन कुछ समय बाद हान ने अपनी सहकर्मी शी के साथ संबंध बना लिए. इस रिश्ते से नवंबर 2022 में उनका एक बेटा भी हुआ. शी ने हान की पत्नी यांग से मुलाकात कर उसे तलाक के लिए 2 मिलियन युआन देने की पेशकश की. यांग ने पैसे स्वीकार कर लिए लेकिन तलाक नहीं लिया.

अदालत में मामला पहुंचा
इस घटना के लगभग एक साल बाद जब यांग ने तलाक से इनकार कर दिया, तो शी ने 1.2 मिलियन युआन वापस मांगने के लिए अदालत में मामला दर्ज कर दिया. उसने दावा किया कि यह रकम तलाक के लिए दी गई थी और यांग के तलाक न लेने पर यह ‘अनुबंध उल्लंघन’ है.

अदालत का फैसला
फरवरी 2024 में शिशी पीपल्स कोर्ट ने शी की याचिका खारिज कर दी. अदालत ने कहा कि यह भुगतान "समाज के नैतिक और कानूनी मूल्यों" का उल्लंघन करता है क्योंकि यह एक वैध शादी को खत्म करने के लिए दिया गया था. इसके अलावा, अदालत ने पाया कि हान और यांग ने तलाक की प्रक्रिया शुरू कर दी थी और अभी “कूलिंग-ऑफ” अवधि में थे, जो चीनी कानून के तहत अनिवार्य है.

सोशल मीडिया पर वायरल घटना.. 
इस मामले ने सोशल मीडिया पर खूब चर्चा बटोरी. कई लोगों ने अदालत के फैसले को "न्यायपूर्ण" बताया. तो एक यूजर ने लिखा कि यह नतीजा बेहद संतोषजनक है. पैसा भी गया और पति भी. हालांकि इसका एक पक्ष यह भी सामने आया कि मामला इस बात का उदाहरण है कि वैध शादियों को तोड़ने के प्रयास को कानूनी और सामाजिक रूप से मान्यता नहीं दी जाती. साथ ही, बिना पत्नी की सहमति के अफेयर में किए गए खर्च को भी पति-पत्नी की संयुक्त संपत्ति माना जाएगा. Photo: AI

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