Viral Life Hacks: इंटरनेट पर हर घंटे कुछ न कुछ वायरल होता है. कभी नया तो कभी पुराना मगर होता जरूर है. इस वीकेंड की बात करें तो देसी जुगाड़ का एक अनूठा वीडियो एक बार फिर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें कुछ मजदूर ऐसा काम करते दिख रहे हैं, जिसे देखकर आपका दिल भी उनकी काबिलियत को सलाम करेगा.
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Desi Jugaad Ka Viral Video: समाज में काबिल लोगों को अहमियत दी जाती है तो अनपढ़ मजदूरों को डांटने डपटने के अलावा उनसे कोई वास्ता नहीं रखा जाता है. छोटे और गरीब लोग आपका जो काम कर सकते हैं, उसे करने कोई दूसरा नहीं आएगा. रहीम का एक दोहा है- 'रहिमन देखि बड़ेन को, लघु न दीजिये डारि। जहां काम आवे सुई, कहा करे तरवारि.' मतलब जो काम एक सुई कर सकती है वो तलवार नहीं कर सकती. इसलिए हमें किसी भी इंसान को छोटा नहीं समझना चाहिए.
मजदूरों का देसी जुगाड़
यहां बात एक कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे कुछ काबिल मजदूरों की जिन्होंने दिमाग लगाकर ऐसा जुगाड़ लगाया कि लोग भौचक्के रह गए. दरअसल इन मजदूरों ने बिना हत्थे के एक बाइक की मदद से भारी भरकम जनरेटर को स्टार्ट कर दिया. जुगाड़ का यह वीडियो जिसने भी देखा बस देखता रह गया. क्योंकि उन्हें पहली बार में यकीन ही नहीं हुआ कि ऐसा भी किया जा सकता है. वीडियो पुराना है लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
जुगाड़ के मामले में मजदूरों का जवाब नहीं
ये वीडियो एक जनरेटर को मोटरसाइकिल के पिछले टायर से स्टार्ट करने का है. वहीं डीजल वाला ओल्ड मॉडल और उसी पुरानी तकनीक और सिस्टम से चलने वाला जिसे चालू करने के लिए एक हत्थे की जरूरत पड़ती है. उसको जनरेटर के एक हिस्से में फंसा कर तेजी से घुमाया जाता है और इस तरह वो धुआं छोड़ते हुए और तेज आवाज करते हुए चालू हो जाता है. लेकिन कुछ मजदूरों ने बिना हत्थे के ही जनरेटर स्टार्ट कर दिया, वो भी एक बाइक की मदद से तो उनका तरीका देखकर आप भी सोच सकते हैं कि देश के आम लोगों के अंदर भी कितना टैलेंट कूट-कूट के भरा है.
शादी-ब्याह में देखा होगा ऐसा जनरेटर पर क्या कभी उसे...
इस वीडियो को 'कुंगफू पांडा' (@pb3060) नाम के X (ट्विटर हैंडल) अकाउंट से पोस्ट किया गया है. जिसके कैप्शन में लिखा है- कितने तेजस्वी लोग हैं यहां. अब इस वीडियो पर लोगों के मजेदार रिएक्शंस आ रहे हैं. कोई प्रतिभा को सलाम कर रहा है तो किसी ने लिखा- जुगाड़ का नाम भारत. इसी तरह अन्य यूजर्स ने लिखा -जुगाड़ के किंग तो किसी ने लिखा मजबूरी का नाम नहीं टैलेंट का कमाल है. एक और यूजर ने लिखा हमारे इंजीनियर्स को यह सब क्यों नहीं सिखाया जाता?