सदगुरु के पैर की तस्वीर बेची जा रही ऑनलाइन, कीमत देखकर लोग पूछे- ये कौन खरीद रहा?
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सदगुरु के पैर की तस्वीर बेची जा रही ऑनलाइन, कीमत देखकर लोग पूछे- ये कौन खरीद रहा?

Sadhguru Feet Photo: सदगुरु जग्गी वासुदेव के पैरों की एक तस्वीर उनकी ऑफिशियल वेबसाइट पर ₹3,200 में बिक रही है. इस तस्वीर ने सोशल मीडिया पर बहुत हंगामा किया है. इंटरनेट यूजर्स ने ईशा फाउंडेशन ऑनलाइन स्टोर पर इस तस्वीर को देखकर चर्चा शुरू कर दी.

 

सदगुरु के पैर की तस्वीर बेची जा रही ऑनलाइन, कीमत देखकर लोग पूछे- ये कौन खरीद रहा?

Sadhguru Feet Photo Viral: सदगुरु जग्गी वासुदेव के पैरों की एक तस्वीर उनकी ऑफिशियल वेबसाइट पर ₹3,200 में बिक रही है. इस तस्वीर ने सोशल मीडिया पर बहुत हंगामा किया है. इंटरनेट यूजर्स ने ईशा फाउंडेशन ऑनलाइन स्टोर पर इस तस्वीर को देखकर चर्चा शुरू कर दी और अब सभी अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. 

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67 वर्षीय सदगुरु ईशा फाउंडेशन के संस्थापक हैं, जो तमिलनाडु के कोयंबटूर के पास स्थित एक गैर-लाभकारी संगठन है. आध्यात्मिक लीडर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आध्यात्मिकता, ध्यान और आत्म-जागरूकता पर अपने उपदेशों के लिए जाने जाते हैं. ईशा लाइफ ई-शॉप पर संस्थापक के पैरों की एक तस्वीर ₹3,200 में लिस्टेड है. प्रोडक्ट के डिटेल्स के पता चलता है कि सदगुरु के पैर पूजनीय हैं क्योंकि वे गुरु की ऊर्जा तक पहुंचने का मार्ग हैं.

 

 

डिटेल्स में लिखा, "गुरु के चरणों में नमन करने का कार्य ही गुरु के साथ निकटता बढ़ाता है और गुरु के साथ एक गहरा संबंध बनाता है." यह समझाते हुए कि सदगुरु के पैरों की तस्वीर एक सुंदर लकड़ी के फ्रेम में आती है और आपके साथ संबंध मजबूत करने के लिए एक शक्तिशाली माध्यम के रूप में कार्य करती है. हालांकि, इंटरनेट पर पैरों की तस्वीरें ऑनलाइन बेचना मीम बन गया और कई सारे लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी.

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क्या हैं सोशल मीडिया रिएक्शन्स

एक्स यूजर ने ईशा लाइफ प्रोडक्ट लिस्टिंग का स्क्रीनशॉट वाला एक पोस्ट वायरल होने के बाद चुटकी ली और लिखा, "सोल टचिंग मोमेंट." एक अन्य ने लिखा, "पहले लोग गुरुओं के पैर छूकर और उनका आशीर्वाद मांगकर दक्षिणा देते थे. अब, सदगुरु ने इनोवेशन किया है." एक अन्य ने मजाक में लिखा, "अर्थव्यवस्था इतनी खराब है कि सदगुरु भी पैरों की तस्वीरें बेच रहे हैं." जबकि कई लोग सदगुरु के पैरों की तस्वीर से खुश हुए. कुछ लोगों ने प्रोडक्ट के पीछे तर्क समझाने की कोशिश की.

 

 

एक्स यूजर ने तस्वीर का बचाव करते हुए पूछा, "अब कुछ लोग कह रहे हैं कि ऐसी तस्वीर बेचकर यह गलत है, नैतिक नहीं है, धोखेबाज व्यवहार आदि है. अगर हम अपने बड़ों, अपने गुरुओं और जिन लोगों को हम देखते हैं, उनके पैर छू सकते हैं, तो उनके पैरों की तस्वीर रखने में क्या गलत है?" 

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