पिता को सही राह दिखाने के लिए बच्चों ने उठाया जिम्मा, आज हर कोई दे रहा मिसाल
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पिता को सही राह दिखाने के लिए बच्चों ने उठाया जिम्मा, आज हर कोई दे रहा मिसाल

बेतिया एसपी निताशा गुड़िया ने कहा कि समाज के हित बच्चों की ऐसी सोच देश के लिए मिसाल है.

पिता को सही राह दिखाने के लिए बच्चों ने उठाया जिम्मा, आज हर कोई दे रहा मिसाल

पटना: बिहार (Bihar) के बेतिया (Bettiah) शहर से एक ऐसी खबर सामने आई है, जिसे पढ़कर कोई भी हैरान हो जाएगा. यहां दो बेटों ने मिलकर अपने हथियार तस्कर (Weapon Smuggler) पिता को सही राह दिखाने के लिए पुलिस (Bihar Police) की मदद ली है, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी तस्कर को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि पहले दोनों बच्चों ने तस्करी के काम को अपराध बताते हुए इसे छोड़ देने की गुहार अपने पिता से की थी, लेकिन पिता ने अपने ही बेटे पर राइफल से फायरिंग कर दी थी. जिसके बाद बच्चों ने पुलिस की मदद ली. 

घर से मिले राइफल, पिस्टल, एकनाली बंदूक और कारतूस
अपराधी पिता के पास से पुलिस को एक राइफल, एक पिस्टल और एक एकनाली बंदूक के साथ चार कारतूस भी बरामद हुए हैं. पूरी घटना बेतियां शहर के बढ़ईया टोला गांव की है. आरोपी तस्कर का नाम जाकिर मियां बताया जा रहा है. पुलिस के अनुसार, जाकिर पिछले काफी समय से आपराधिक गतिविधियों में शामिल था और अवैध हथियारों की तस्करी भी करता था. 

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पिता को सही राह दिखाने के लिए मांगी पुलिस की मदद
जब ये बात उसके दो बेटों को पता चली तो उन्होंने पुलिस से संपर्क किया और अपने पिता की काली करतूतों के बारे में सबकुछ बताया. जिसके बाद पुलिस ने बच्चों को समझाते हुए कहा कि जब तुम्हारे पिता हथियार के साथ घर आए तो उस वक्त पुलिस को सूचना देना. बच्चों ने ठीक ऐसा ही किया. देर रात्रि जाकिर मियां जब कुछ अपराधियों को हथियार बेच रहा था उस वक्त दोनों बच्चों ने चुपचाप पुलिस को फोन कर सारी बात बता दी. जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी तस्कर पिता को गिरफ्तार कर लिया.

गिरफ्तार पिता को देख नहीं रोक पाए आंसू
इस मामले की चर्चा चारों ओर हो रही है, लेकिन वहीं थाने में जब जाकिर मियां जेल जा रहा था तो दोनों बेटे फफक फफक कर रो पड़े. उन्होंने बताया कि पिता हो या कोई भी हो, अगर वह अपराध की दुनिया में है तो उसके परिजनों को पुलिस को इसकी सूचना देनी चाहिए और उसे गिरफ्तार करना चाहिए, ताकि अपराध खत्म हो सके. भले हमारे पिता जेल जा रहे हैं, जेल से छूटने के बाद शायद वह अपराध का काम छोड़ दें. 

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