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Whatsapp Chat Viral: सोसाइटी में रहने वाले लोग एक-दूसरे की मदद करते रहते हैं और आज के जमाने में काम को आसान बनाने के लिए व्हाट्सऐप ग्रुप बना रखा है. कुछ ऐसा ही बेंगलुरु के एक सोसाइटी में हुआ, जब एक शख्स को अपने घर में एसी फिटिंग करवानी थी और उसे सीढ़ी की जरूरत पड़ी. उसने अपने सोसाइटी के व्हाट्सऐप ग्रुप पर इसकी डिमांड की और फिर बेहद ही चौंकाने वाला ट्विस्ट देखने को मिला. हाल ही में, लिंक्डइन यूजर आकाशलाल बाथे ने महसूस किया कि वह रैपिडो के को-फाउंडर्स में से एक के पड़ोसी हैं, जोकि एक टैक्सी एग्रीगेटर साइट है.
रैपिडो के फाउंडर के बारे में व्हाट्सऐप ग्रुप से पता चला
आकाशलाल बाथे भारत की सिलिकॉन वैली में एक तकनीकी विशेषज्ञ के तौर पर कार्यरत हैं. रैपिडो के फाउंडर ने अपने पड़ोस के व्हाट्सएप ग्रुप पर एक संदेश पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने अपने एसी फिटिंग के लिए सीढ़ी का अनुरोध किया था. इस बारे में आकाशलाल बाथे ने उनसे बातचीत करना शुरू किया. इस दौरान उन्हें इस बारे में पता चला कि वह जिस शख्स से बात कर रहे थे वह एक रैपिडो के फाउंडर हैं. यह स्पष्ट नहीं है कि इस मैसेज को किसने भेजा था, क्योंकि रैपिडो की स्थापना के संस्थापक अरविंद संका, पवन गुंटुपल्ली और एसआर ऋषिकेश ने 2015 में की थी.
शख्स ने लिंक्डइन पर शेयर किया स्क्रीनशॉट
पोस्ट के कैप्शन में लिखा, "ऐसा सिर्फ #Bangalore में होता है. एक रैंडम फ्रेंड ने सोसाइटी ग्रुप में पिंग किया जिसे एक सीढ़ी की जरूरत थी, और मैंने उसकी प्रोफाइल चेक की तो वह एक 'रैपिडो' के संस्थापक हैं जो मेरे एक पड़ोसी हैं." आकाशलाल बाथे ने चैट का स्क्रीनशॉट लिया और इसे लिंक्डइन पर शेयर किया और अब यह काफी वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर इस पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं. शेयर किए जाने के बाद से पोस्ट को लिंक्डइन पर 15,500 से अधिक प्रतिक्रियाएं मिली हैं. पोस्ट पर लोगों के ढेरों कमेंट्स आए. एक यूजर ने लिखा, "मैं अभी भी सोच रहा हूं कि रैपिडो के संस्थापक को सीढ़ी की आवश्यकता क्यों है?"
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