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Phooti Kaudi Value: "एक फूटी कौड़ी नहीं दूंगा" - क्या आपने कभी यह कहावत सुनी हैं? ज्यादातर लोगों ने यह कहावत सुनी है, लेकिन क्या आपने कभी इन कौड़ी के बारे में जानने की कोशिश की? अगर नहीं तो चलिए आज हम आपको पुराने जमाने में विनिमय प्रणाली में इस्तेमाल की जाने वाली मुद्राओं के बारे में विस्तार से बताते हैं. दरअसल, फूटी कौड़ी पुराने समय में सबसे छोटी इकाई होती थी. जैसा कि आज के जमाने में सबसे छोटी रकम एक रुपए का सिक्का है. वैसे ही भारतीय इतिहास में सबसे छोटी मुद्रा फूटी कौड़ी थी. प्राचीन भारतीय मुद्राओं का इतिहास बेहद ही पुराना है. चलिए जानते हैं.
क्या आपको मालूम है फूटी कौड़ी का मतलब?
प्राचीन इतिहास में सबसे छोटी मुद्रा फूटी कौड़ी हुआ करती थी. तीन फूटी कौड़ी के बराबर एक कौड़ी होती थी और फिर दस कौड़ी को मिलाकर एक दमड़ी होता था. इतना ही नहीं, दमड़ी के ऊपर भी मुद्राएं होती थीं. दो दमड़ी के बराबर एक धेला होता है. जबकि, डेढ़ धेला बराबर भी एक पाई होता है. तीन पाई मिलकर एक पुराना पैसा बन जाता है. बचपन में आपने पैसे (पुराने जमाने वाली मुद्रा का पैसा) का यूज जरूर किया होगा. अब हम आपको पैसे के आगे आनी वाली मुद्राओं के बारे में बताते हैं. चार पुराने पैसों को मिलाकर एक आना और 16 आना मिलाकर एक रुपये बना.
3 फूटी कौड़ी = 1 साबुत कौड़ी
10 कौड़ी = 1 दमड़ी
10 दमड़ी = 1 धेला
1.5 धेला = 1 पाई
3 पाई = 1 पुराना पैसा
4 पुराना पैसा = 1 आना
16 आना = 1 रुपया
वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल
हालांकि, समय के साथ चीजें भी बदल गईं. अब मार्केट में सबसे छोटी कीमत सिर्फ एक रुपये है. सोशल मीडिया पर मुद्रा का यह इतिहास काफी वायरल हो रहा है. कुछ पुरानी दुकानें हैं जहां पर कौड़ी, दमड़ी, धेला मौजूद हैं और उसकी कीमत बहुत ज्यादा है. इंस्टाग्राम पर विरेंद्र जाट नाम के एक यूजर ने वीडियो बनाया है और यह अब काफी वायरल हो रहा है. इस वीडियो पर एक लाख 64 हजार लाइक्स आ चुके हैं. वीडियो के कैप्शन में लिखा, "रूपये की शुरुवात फूटी कौड़ी से लेकर डॉलर तक. हम आपको बताएंगे कि रुपये से कैसे शुरुआत करें."