आर्थिक बदहाली से पाकिस्तान का बुरा हाल, सरकार ने न्यूयॉर्क के अपने मशहूर होटल 'रूजवेल्ट' को तीन साल के पट्टे पर दिया
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आर्थिक बदहाली से पाकिस्तान का बुरा हाल, सरकार ने न्यूयॉर्क के अपने मशहूर होटल 'रूजवेल्ट' को तीन साल के पट्टे पर दिया

Roosevelt Hotel New York: यह होटल न्यूयॉर्क के मैनहट्टन (Manhattan) में 1924 से अपनी अलग पहचान बनाए हुए है. सौदे के तहत, न्यूयॉर्क शहर प्रशासन इसे तीन साल तक संचालित करेगा और प्रवासियों (Migrants) के लिए आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराएगा.

आर्थिक बदहाली से पाकिस्तान का बुरा हाल, सरकार ने न्यूयॉर्क के अपने मशहूर होटल 'रूजवेल्ट' को तीन साल के पट्टे पर दिया

Pakistan Economic Crisis:  पाकिस्तान (Pakistan) ने न्यूयॉर्क (New York) में अपने प्रतिष्ठित रूजवेल्ट होटल (Roosevelt Hotel) को तीन साल के लिए न्यूयॉर्क शहर प्रशासन को पट्टे पर दे दिया है. नगदी संकट से जूझ रही सरकार ने घोषणा की है, यह सौदा देश को 22 करोड़ डॉलर तक कमाने में सक्षम करेगा. इस होटल का नाम अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट (Theodore Roosevelt) के नाम पर रखा गया था. यह होटल न्यूयॉर्क के मैनहट्टन (Manhattan) में 1924 से अपनी अलग पहचान बनाए हुए है.

सरकारी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) ने इस होटल को 1979 में पट्टे पर दे दिया था लेकिन दो दशक बाद इसे खरीद लिया.

सौदे के तहत, न्यूयॉर्क शहर प्रशासन इसे तीन साल तक संचालित करेगा और प्रवासियों (Migrants) के लिए आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराएगा.

1250 कमरों के लिए हुआ पट्टा
रेल एवं विमानन मंत्री ख्वाजा साद रफीक ने सोमवार को कहा, ‘पट्टा समझौते से पाकिस्तान सरकार को लगभग 22 करोड़ डॉलर की आमदनी होने की उम्मीद है.’  जियो टीवी ने उनके हवाले से कहा, ‘पट्टा 1,250 कमरों के लिए हुआ है. तीन वर्ष की लीज की अवधि पूरी होने के बाद यह होटल पाकिस्तान सरकार को लौटा दिया जाएगा.‘

इसी वर्ष फिर से खोला गया होटल
होटल 2020 में कोविड महामारी के समय बंद हो गया था और इसी वर्ष इसे सिर्फ प्रवासियों के लिए दोबारा खोला गया था. मंत्री ने कहा कि होटल का सालाना खर्च 2.5 करोड़ डॉलर है. इसपर अभी करीब दो करोड़ डॉलर की देनदारियां हैं.

सरकार की बड़ी योजना का हिस्सा
रूजवेल्ट होटल को पट्टे पर देना पाकिस्तान सरकार की देश की चरमराती अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने की बड़ी योजनाओं का हिस्सा है. नकदी की तंगी से जूझ रहा पाकिस्तान और आईएमएफ 1.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बेलआउट पैकेज पर एक कर्मचारी-स्तर के समझौते तक पहुंचने में विफल रहे हैं.

यह फंड 2019 में आईएमएफ द्वारा स्वीकृत 6.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बेलआउट पैकेज का हिस्सा हैं. विश्लेषकों का कहना है कि अगर पाकिस्तान को बाहरी ऋण दायित्वों पर चूक से बचना है तो यह फंड महत्वपूर्ण है.

पाकिस्तान, वर्तमान में एक बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहा है. उच्च विदेशी ऋण, एक कमजोर स्थानीय मुद्रा और घटते विदेशी मुद्रा भंडार ने पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ कर रखी दी है.

अप्रैल में पाकिस्तान की मुद्रास्फीति का स्तर मुख्य रूप से खाद्य कीमतों से प्रेरित होकर 36.4 प्रतिशत तक बढ़ गया. देश के सांख्यिकी ब्यूरो के अनुसार, यह दक्षिण एशिया में सबसे अधिक है, और मार्च में 35.4 प्रतिशत से अधिक है.

(इनपुट - एजेंसी)

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