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Fawad Chaudhary on General Elections: पाकिस्तान की सत्ता से बेदखल हुए इमरान खान (Imran Khan) फिर से सत्ता पाने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. वो अपनी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेताओं के साथ मिलकर रणनीति तैयार कर रहे हैं कि कैसे प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठे शहबाज शरीफ को हटाकर विपक्ष की उम्मीदों को चकनाचूर किया जाए. इमरान की कोशिश है कि देश में जल्द से जल्द चुनाव कराए जाएं और उनके खास नेता ने इसका संकेत भी दिया है.
पीटीआई के प्रमुख नेता फवाद चौधरी (Fawad Chaudhry) का मानना है कि पाकिस्तान में आठ सप्ताह में आम चुनाव हो जाएंगे. अब ये महज चौधरी का अनुमान है या फिर इसके लिए उनकी पार्टी ने खास तैयारी की है, ये अलग मुद्दा है, लेकिन जिस कॉन्फिडेंस के साथ वो चुनाव की बात कर रहे हैं, उससे लगता है कि मुल्क में जल्द फिर कुछ बड़ा हो सकता है. हमारी सहयोगी वेबसाइट WION से विशेष बातचीत में फवाद चौधरी ने इमरान खान की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि मुल्क में जल्द चुनाव होंगे. इस तारीफ में वो इमरान की तुलना PM मोदी से भी कर गए.
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पूर्व पाकिस्तानी मंत्री ने कहा, 'इमरान खान एक करिश्माई नेता हैं, लोग उनके साथ खड़े हैं. हम एक सॉफ्ट रेवोलुशन की ओर बढ़ रहे हैं, हम चुनाव की मांग कर रहे हैं'. उन्होंने आगे कहा कि हम आश्वस्त हैं कि चुनाव होंगे. शहबाज शरीफ की सरकार को केवल यह तय करना है कि क्या वे ज्यादा नुकसान के साथ चुनाव चाहते हैं? फवाद चौधरी ने कहा, 'मुझे लगता है कि 8 सप्ताह में चुनाव होंगे. इससे ज्यादा ये सरकार नहीं चल पाएगी'.
अविश्वास प्रस्ताव से पहले इमरान खान और सेना प्रमुख की बातचीत पर उन्होंने कहा कि सेना भी पाकिस्तान के भविष्य को लेकर उतनी ही चिंतित थी, जितने कि हम. लिहाजा इस मुद्दे पर बातचीत भी हुई, मैं इससे इनकार नहीं करूंगा, लेकिन यह कहना कि हमने उनसे संपर्क किया या उन्होंने हमसे, सही नहीं होगा. इमरान के पूर्व मंत्री ने पीटीआई सरकार की विदेश नीति की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि इमरान खान के नेतृत्व वाली सरकार की एक स्वतंत्र विदेश नीति थी और ऐसा जुल्फिकार अली भुट्टो के शासन के बाद पहली बार हुआ.
हालांकि, फवाद चौधरी अपने नेता की तारीफ करते-करते हुए कुछ ऐसा भी बोल गए, जो शायद ही किसी के गले उतरे. उन्होंने कहा, 'इमरान खान ने भारत की विदेश नीति को सराहा, क्योंकि वे भारत को बहुत अच्छे से जानते हैं. इमरान भारत में भी बेहद लोकप्रिय हैं. यदि आज वे दिल्ली में एक सार्वजनिक सभा करते हैं, तो उतनी ही भीड़ जुटेगी, जितनी कि PM मोदी की सभा में जुटती है'.