India-US Defence Deal से क्यों छूट गए चीन और PAK के पसीने? जान लीजिए इसकी वजह
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India-US Defence Deal से क्यों छूट गए चीन और PAK के पसीने? जान लीजिए इसकी वजह

Narendra Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के अमेरिका (US) दौरे के बीच कुछ ऐसी डील्स हुई हैं, जो भारत की सरहदों को सुरक्षित, सेना को सशक्त और साइंस को समृद्ध करेंगे.

India-US Defence Deal से क्यों छूट गए चीन और PAK के पसीने? जान लीजिए इसकी वजह

MQ-9 Reaper Drone: पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का अमेरिका (US) दौरा देश के डिफेंस सेक्टर के लिए नए आयाम साबित करने वाला है. अमेरिका से प्रधानमंत्री ने प्रिडेटर ड्रोन, जेट इंजन बनाने की डील साइन की है. इसके साथ सेमीकंडक्टर बनाने के मुद्दे पर भी दोनों देशों के बीच सहमति बनी है. PM के दौरे और डिफेंस डील से पड़ोसी सदमें में हैं. PM मोदी का ये दौरा चीन (China) की टेंशन बढ़ाने वाला है. भारत-अमेरिका के बीच डिफेंस डील पाकिस्तान (Pakistan) के पसीने छुड़ाने वाली है. PM मोदी के दौरे और भारत-अमेरिका की दोस्ती से चीन और पाकिस्तान की चुनौती का पूरा इलाज होगा. जान लीजिए कि आखिर भारत और सुपरपावर अमेरिका के बीच दोस्ती के नए दौर में हिंदुस्तान को क्या मिला और आखिर क्यों दोनों देशों के बीच हुई डिफेंस डील नापाक पड़ोसियों की टेंशन बढ़ाने वाली है.

31 MQ9 ड्रोन खरीदेगा भारत

बता दें कि भारत और अमेरिका के बीच 31 MQ9 ड्रोन खरीदने के लिए हस्ताक्षर हुए हैं जिनकी कीमत करीब 25 हजार करोड़ है. अब ये भी समझ लीजिए कि आखिर ये ड्रोन कितना खतरनाक है. प्रिडेटर ड्रोन दुनिया का सबसे खतरनाक ड्रोन माना जाता है. ये ड्रोन 24 घंटे से ज्यादा समय तक 50 हजार फीट की ऊंचाई पर सबकी नजरों से अदृश्य उड़ान भर सकता है. ताकतवर कैमरों से दुश्मनों की गतिविधि कंट्रोल रूम तक पहुंचा ने सक्षम है. मिसाइल दाग सकता है, बम गिरा सकता है. इसकी रेंज 1200 किलोमीटर है और इसे दूर से भी कंट्रोल करना बेहद आसान है. इसी ड्रोन से आतंकी अल जवाहिरी का काम तमाम हुआ था.

GE F414 जेट इंजन पर बनी बात

जान लें कि भारत और अमेरिका के बीच GE F414 जेट इंजन के भारत में निर्माण को लेकर भी समझौता हुआ है. इसके तहत तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट एमके2 के लिए भारत में इंजन बनेगा. एयरोस्पेस और एचएएल साथ मिलकर भारत में फाइटर जेट इंजन बनाएंगे. इसके अलावा भारत और अमेरिका के बीच M777 लाइटवेट हावित्जर का साझा निर्माण को लेकर भी समझौता हुआ है. वहीं, कंप्यूटर चिप कंपनी 'माइक्रोन' से करार हुआ है. इसके तहत कंपनी गुजरात में 'माइक्रोन' का संयंत्र लगाएगी.

भारत में 2.75 अरब डॉलर का निवेश

गौरतलब है कि माइक्रोन कंपनी भारत में 2.75 अरब डॉलर का निवेश करेगी. इसके साथ NASA और ISRO के संयुक्त मिशन पर भी सहमति बनी है. भारत और अमेरिका के बीच टेक रिसर्च, सिविलियन स्पेस, क्वांटम टेक्नोलॉजी और सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन के मामले में भी समझौते हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका का दौरा ऐतिहासिक रहा है. डिफेंस डील के अलावा जिस तरह से सुपरपावर के आंगन में मेहमान मोदी का ग्रैंड वेलकम हुआ. उससे साफ है कि पीएम का ये दौरा हिंदुस्तान ही नहीं पूरी दुनिया के लिए गेमचेंजर साबित होगा.

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