Pakistani Passenger Aircraft Seized: पाकिस्तान को मंगलवार को फिर से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेइज्जती झेलनी पड़ी, जब बकाया भुगतान न करने पर एक बड़े इस्लामी बिरादर मुल्क ने उसका पैसेंजर एयरक्राफ्ट जब्त कर लिया.
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Malaysia Seized Pakistani Passenger Aircraft: आर्थिक संकट के साथ ही राजनीतिक अराजकता झेल रहे पाकिस्तान के सितारे लगातार गर्दिश में चल रहे हैं. अपनी गलत आर्थिक नीतियों की वजह से उसे मंगलवार को बड़ी जलालत झेलनी पड़ी, जब एक बड़े इस्लामी बिरादर मुल्क ने कर्जा न चुकाने पर उसका पैसेंजर एयरक्राफ्ट सीज कर लिया. उस इस्लामी मुल्क ने चेतावनी दी कि कर्जा न चुकाने तक उसका एयरक्राफ्ट छोड़ा नहीं जाएगा.
मलेशिया को नहीं चुकाई लीज की रकम
पाकिस्तानी वेबसाइट समा टीवी के मुताबिक पाकिस्तान ने लीज पर मलेशिया से बोइंग 777 (Boeing 777) एयरक्राफ्ट लीज पर ले रखा है. लेकिन पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन (PIA) ने समझौते की शर्तों के मुताबिक मलेशिया को 4 मिलियन डॉलर जमा नहीं किए. इस पर मलेशिया सरकार ने कोर्ट में केस दायर किया. कोर्ट ने लीज की रकम न देने पर एयरक्राफ्ट (Pakistani Passenger Aircraft) को जब्त करने का आदेश जारी कर दिया.
मंगलवार को जब्त कर लिया विमान
रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को जब प्लेन (Pakistani Passenger Aircraft) मलेशिया की राजधानी कुआलालाम्पुर में उतरा तो वहां के सरकारी अधिकारियों ने एयरक्राफ्ट को घेरकर अपने कब्जे में ले लिया. इसके बाद पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन के अधिकारियों को सूचना दे दी गई कि जब तक लीज की रकम जमा नहीं की जाती है, तब तक उसे प्लेन वापस नहीं मिलेगा.
पाकिस्तानी एयरलाइन की खस्ताहालत
पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक कोरोना महामारी की वजह से एविएशन इंडस्ट्री पर पड़े असर की वजह से अब उसे पर्याप्त मात्रा में यात्री नहीं मिल पा रहे हैं. साथ ही उसके पायलटों की क्वालिफिकेशन पर उठे सवालों की वजह से अब देश-दुनिया के यात्री उसके प्लेनों में बैठने से कतराते हैं, जिसके चलते PIA को अपना खर्चा तक निकालना दूभर हो रहा है.
पहले भी जब्त हो चुका है पाकिस्तानी प्लेन
सूत्रों के मुताबिक मलेशिया सरकार इससे पहले भी एक बार पाकिस्तान के एयरक्राफ्ट (Pakistani Passenger Aircraft) को ऐसे ही जब्त कर चुकी थी. बाद में जब पाकिस्तान एयरलाइन ने उसे लीज की रकम चुका दी तो उसका विमान रिलीज किया गया. पाकिस्तान के लिए यह खबर ऐसे समय में आई है, जब वहां पर सेना, न्यायपालिका और राजनीतिक दलों में आपसी खींचतान तेज हो गई है.