इस स्पेशल और हाइटेक प्रोजेक्ट से पहले चीन अपनी सबसे लंबी अंडरवाटर हाईवे टनल (China's longest underwater highway tunnel) का निर्माण पूरा करने के बाद वहां से ट्रैफिक बहाल कर चुका है. करीब चार साल में बनी उस टनल को जब आम लोगों के आवागमन के लिए खोला गया तो उनमें जबरदस्त उत्साह दिखा था.
इस टनल की बात करें तो यह खुफिया सुरंग जिआंगसू प्रांत (Jiangsu Province) की वूशी सिटी (Wuxi City) में मौजूद दो टाउन को आपस में जोड़ेगी. नेशनल हाईवे 341 के एक हिस्से पर चल रही ये परियोजना झील के पानी के नीचे से वो शार्टकट रास्ता मुहैया कराएगी, जिससे आम लोगों को बड़ी राहत मिलने के साथ उनके समय की बचत होगी.
इस टनल के निर्माण की बात करें तो इसकी रूफ कंक्रीट का स्लैब 1.4 मीटर मोटा और 20 मीटर लंबा है जो करीब 1,200 वर्ग मीटर जगह को कवर करेगा. चीन के विस्तारवादी नीतियों की वजह से उसके कई फैसलों को अक्सर दुनिया शक की निगाह से देखती है. पूरे के पूरे दक्षिण चीन सागर पर एकतरफा दावेदारी जताने वाला चीन पूरी समुद्री संपदा को अकेले हड़प जाना चाहता है. ऐसे में कई किलोमीटर लंबी भूमिगत सुरंग बना चुके चीन के हर स्टेप को संदेह और शक की निगाह से देखा जाता है.
'साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट' में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक इस टनल का काम पूरा होने के बाद, इस प्रोजेक्ट से चीन की घरेलू अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा. वहीं इसी प्रोजेक्ट से स्थानीय लोगों की आय बढ़ने का अनुमान भी लगाया गया है. चीनी प्रशासन का मानना है कि इस टनल से लोकल टूरिज्म सेक्टर को मजबूती मिलेगी.
इसके पहले चीन में बनी करीब 11 KM लंबी अंडर वाटर हाइवे टनल चीनी इंजीनियरों के तकनीकी कौशल का नायाब नमूना है. Jiangsu प्रांत में स्थित Taihu झील के नीचे से निकली सुरंग (Tunnel) शंघाई से करीब 50 Km दूर है. जिसकी लागत 1.56 अरब डॉलर बताई गई थी. इसका निर्माण 9 जनवरी 2018 को शुरू हुआ था. CNN में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, इस समुद्री सुरंग में दोनों तरफ का ट्रैफिक संचालित करने के लिए 6 लेन हैं जिनकी चौड़ाई 17.45 मीटर है. उस टनल बनाने में 2 मिलियन क्यूबिक मीटर से अधिक कंक्रीट का इस्तेमाल हुआ. उस टनल की छत को रंगीन LED लाइटों से लैस किया गया है, ताकि यहां से गुजरने वाले लोगों की आंखों को सुकून मिलने के साथ किसी तरह की थकान का अहसास न हो.
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