इस बैठक में इस बात पर आतंकी संगठन और आईएसआई की तरफ से रणनीति बनाई गई थी कि पुलवामा में हमले के बाद क्या एक्शन लेना है.
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नई दिल्ली : बीते 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हुए भीषण आतंकी हमले की पूरी कहानी एक दिन पहले ही पाकिस्तान में बैठकर लिखी गई थी. इस हमले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेएएम) का साथ दिया था पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने. इस बैठक में पुलवामा हमले और उसके बाद कश्मीर में क्या किया जाए, इस पर नापाक रणनीति बनाई गई थी. यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है.
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सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बीते 13 फरवरी को केजी गली सेक्टर के पास बटल में ISI और आतंकी संगठन के बीच अहम बैठक हुई. इस मीटिंग में जैश-ए-मोहम्मद की तरफ से मो. उमर और मो. इब्राहिम उर्फ इस्माइल उर्फ लांबा, अबु तैय्यर (निवासी गुलपुर) और इम्तियाज (निवासी नकयाल) शामिल थे.
इस बैठक में इस बात पर आतंकी संगठन और आईएसआई की तरफ से रणनीति बनाई गई थी कि पुलवामा में हमले के बाद क्या एक्शन लेना है.
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