China hackers: माइक्रोसॉफ्ट की एक रिपोर्ट में चीन के एक हैकिंग समूह द्वारा पश्चिमी यूरोप में सरकारी एजेंसियों के ईमेल अकाउंट में सेंधमारी किये जाने के दावे को दुष्प्रचार करार देते हुए बीजिंग ने बुधवार को कहा कि इस आरोप का मकसद अमेरिका की साइबर गतिविधियों से ध्यान भटकाना है.
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China hackers: माइक्रोसॉफ्ट की एक रिपोर्ट में चीन के एक हैकिंग समूह द्वारा पश्चिमी यूरोप में सरकारी एजेंसियों के ईमेल अकाउंट में सेंधमारी किये जाने के दावे को दुष्प्रचार करार देते हुए बीजिंग ने बुधवार को कहा कि इस आरोप का मकसद अमेरिका की साइबर गतिविधियों से ध्यान भटकाना है. मंगलवार को प्रकाशित एक ब्लॉग पोस्ट में माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि स्टॉर्म-0558 नाम से पहचाना गया यह समूह जासूसी और डेटा चोरी जैसे कृत्यों की फिराक में रहता है.
समूह ने ईमेल अकाउंट में सेंध लगा कर सरकारी एजेंसियों और इन संगठनों से जुड़े लोगों के अकाउंट सहित करीब 25 संगठनों को प्रभावित किया है. साथ ही, ग्राहकों द्वारा माइक्रोसॉफ्ट को असमान्य ईमेल गतिविधियों की शिकायत किये जाने तक करीब एक महीने यह गतिविधि बेरोकटोक जारी रही. सुरक्षा मामलों पर माइक्रोसॉफ्ट के कार्यकारी उप प्रमुख चार्ली बेल ने कहा, ‘‘हमने यह पाया कि यह समूह खुफिया सूचना जुटाने के लिए ईमेल में सेंध लगाता है.’’
वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में अमेरिकी अधिकारियों के एक बयान का उल्लेख किया गया है, जिसमें दावा किया गया है कि स्टॉर्म-0588 ने अमेरिकी सरकार से जुड़े ईमेल अकाउंट में भी सेंध लगाई है. इस बीच, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि आरोप दुष्प्रचार है, जिसका लक्ष्य चीन पर अमेरिकी साइबर हमले से ध्यान भटकाना है. उन्होंने नियमित प्रेस वार्ता में कहा, ‘‘यह मायने नहीं रखता कि किस एजेंसी ने यह सूचना जारी की, यह इस तथ्य को कभी नहीं बदलेगा कि अमेरिका विश्व का सबसे बड़ा हैकर है जो सर्वाधिक संख्या में साइबर सेंधमारी कर रहा.’’
वेनबिन ने कहा, ‘‘पिछले साल से, चीन और अन्य देशों के साइबर सुरक्षा संगठनों ने कई रिपोर्ट जारी कर अमेरिकी सरकार द्वारा लंबे समय तक साइबर हमले किये जाने का खुलासा किया है, लेकिन अमेरिका ने अब तक जवाब नहीं दिया है.’’ नाटो शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ लिथुआनिया के विलनियस में मौजूद अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने कहा कि इसकी जांच जारी है.
सुलिवन ने कहा, ‘‘हमने इसका तेजी से पता लगाया और हम आगे की सेंधमारी रोकने में सक्षम साबित होंगे. मामले की अब भी जांच की जा रही है.’’ इससे पहले, माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि वह इस तरह के हमलों से बचने के लिए गृह सुरक्षा विभाग और साइबर सुरक्षा तथा इंफ्रास्ट्रक्चर सिक्योरिटी एजेंसी के साथ काम कर रहा है. कंपनी ने यह भी कहा कि वह स्टॉर्म-0558 की गतिविधियों की निगरानी जारी रखेगी.
पिछले महीने, गूगल के स्वामित्व वाली साइबर सुरक्षा कंपनी मैंडिएंट ने कहा था कि कथित तौर पर सरकार समर्थित चीनी हैकरों ने विश्वभर में सैकड़ों सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र के संगठनों के नेटवर्क में सेंधमारी की है. इस साल की शुरूआत में, माइक्रोसॉफ्ट ने कहा था कि सरकार समर्थित चीनी हैकर अमेरिका के महत्पूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बना रहे हैं और वे अमेरिका एवं एशिया के बीच भविष्य में संकट की स्थिति के दौरान संचार में संभावित व्यवधान डालने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं, चीन ने कहा कि अमेरिका भी उसके खिलाफ साइबर जासूसी कर रहा है और इसके विश्वविद्यालयों एवं कंपनियों के कंप्यूटर को हैक कर रहा है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)